पटना: पटना के कई इलाकों में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है. ट्रांसपोर्ट नगर से सोमवार को 11 सैंपल लिये गये, जिनमें तीन का रिपोर्ट पॉजिटिव मिला. मंगलवार को 14 सैंपल लिये गये,जिनकी रिपोर्ट बुधवार की शाम आ जायेगी. डेंगू से अब तक एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. जिला स्वास्थ्य समिति की टीम ने ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया है.
अस्पतालों को मिला निर्देश . जिला स्वास्थ्य समिति ने पीएचसी, रेफरल, अनुमंडलीय व शहरी अस्पतालों को इस संबंध में निर्देश दिया है. निर्देश में कहा गया है कि डेंगू का लक्षण मिलने के तुरंत बाद जांच की व्यवस्था की जाये और जानकारी सिविल सजर्न कार्यालय को भेजे. ऐसा ही निर्देश निजी अस्पतालों को भी भेजा गया है.
बचाव व उपाय : डेंगू वायरस के कारण होता है. इसलिए उपचार किसी एक तरह से संभव नहीं हैं. डेंगू का उपचार इसके लक्षणों में होनेवाले आराम को देखते हुए किया जाता है. ऐसे में जरूरी है कि इन लक्षणों को पहचान कर व्यक्ति बिना देरी के चिकित्सक से मिले और उपचार करवाये. इस दौरान अधिक- से -अधिक पेय पदार्थ लेना चाहिए. डेंगू के उपचार में अगर अधिक देरी हो जाये, तो डेंगू हेमोरेजिक फीवर (डीएचएफ )का रूप ले लेता है और अधिक भयावह हो सकता है.
डीएचएफ की आशंका दस साल से कम उम्र के बच्चों में सबसे ज्यादा होती है जिसमें उन्हें तेज पेट दर्द व ब्लीडिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं. डेंगू से बचाव के लिए अभी तक कोई टीका नहीं है. इसलिए बचाव के लिए सजगता भी जरूरी है. डेंगू का वायरस मच्छरों द्वारा संक्रमित होता है. इसलिए जरूरी है कि मच्छरों को घर में बिल्कुल नहीं पनपने दें. सफाई बहुत जरूरी है. गंदगी में डेंगू की आशंका बढ़ जाती है.
पटना सिटी. अगमकुआं थाना क्षेत्र में स्थित मौर्य विहार कालोनी में फैली बीमारी की चपेट में आये लोगों को जागरूक करने के लिए मंगलवार को चिकित्सकों का दल पहुंचा. एसीएमओ डॉ सरोज सिंह के नेतृत्व में पहुंची टीम ने घर-घर जाकर लोगों को बीमारी से बचने के उपाय बताये और मच्छर पनपनवाले स्थानों पर फॉगिंग करायी.
14 लोगों का रक्त जांच को : मेडिकल टीम में शामिल जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ शंभु शरण सिंह,डॉ आरबी पासवान, निरीक्षक रामानुज शर्मा, प्रशांत कुमार समेत टीम में शामिल लोगों ने पीड़ित मुहल्लों में 14 लोगों के रक्त जांच के लिए उठाये. एसीएमओ डॉ सरोज सिंह ने बताया कि अब तक 27 लोगों के रक्त जांच के लिए लिये गये हैं. वहीं हर घर में दवा के साथ ओआरएस घोल भी दिया गया है. साथ ही तेज बुखार की चपेट में आने वाले मरीजों को पीएमसीएच, एनएमसीएच व गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में इलाज के लिए ले जाने को कहा गया है. तेज बुखार की चपेट में आने वाले मरीजों का सिलसिला लगातार बना हुआ है.
मंगलवार को बीमारी की चपेट में तीन और मरीज आये है. मुहल्ला के निवासी मुन्ना सिंह की मानें ,तो 35 वर्ष के बबलू सिंह, दस वर्षीय कृश व नौ साल का कुमार आदर्श तेज बुखार की चपेट में आये हैं. बताते चलें कि अगमकुआं थाना क्षेत्र में स्थित ट्रांसपोर्ट नगर, मौर्य विहार कॉलोनी, रोशन को-ऑपरेटिव कॉलोनी व बड़ी बगीचा समेत आसपास की कॉलोनी में कायम जलजमाव व गंदगी की वजह से पंद्रह दिनों के तेज बुखार की चपेट में दो दर्जन लोग आ चुके हैं.