पटना: पिछले साल 19 जून को हुई मॉनसून की पहली बारिश (817 एमएम) में ही राजधानी के स्टेशन गोलंबर, जक्कनपुर, पोस्टल पार्क, गर्दनीबाग, चांदमारी रोड, खेतान मार्केट रोड व कांग्रेस मैदान के इलाके जलमग्न हो गये थे. नगर निगम ने काफी मशक्कत के बाद इन इलाकों से पानी निकाला था. इस साल भी स्थिति कुछ हद तक वैसी ही है. यदि दो-चार दिनों में मॉनसून की पहली बारिश अच्छे से हो जाये, तो ये इलाके फिर जलमग्न हो जायेंगे. खुले व अर्धनिर्मित नालों से स्थिति ऐसी हो जायेगी कि लोगों का घरों से निकलना भी मुश्किल हो जायेगा.
1.13 करोड़ खर्च, पर सफाई पूरी नहीं
इस बार राजधानी के मुहल्ले न डूबे, इसके लिए बड़े नालों को साफ करने पर 1.13 करोड़ रुपये खर्च किये गये. लेकिन, अब तक इन नालों की सफाई पूरी नहीं हो पायी है. इससे राजधानी में 50 से अधिक मुहल्लों में जलजमाव का संकट बरकरार है. नगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक 80 फीसदी बड़े व मध्यम नालों की उड़ाही पूरी कर ली गयी है. 20 फीसदी नालों की उड़ाही का काम अब भी बाकी है. उनका कहना है कि मजदूरों व उपकरणों की कमी के चलते काम बाधित हुआ. मॉनसून से पहले 15 जून तक सफाई पूरी कर ली जायेगी.
पहली बारिश में ही डूब गये थे कई इलाके
इस साल मई के अंतिम सप्ताह में हुई प्री मॉनसून बारिश (92.2 मिलीमीटर) में ही राजधानी के कई इलाके जलमग्न हो गये थे. पोस्टल पार्क व चिरैयांटाड़ इलाके में नये नाले के निर्माण का कोई फायदा नहीं हुआ. नाले की घेराबंदी नहीं होने से लोगों को परेशानी हुई. बारिश के साथ ही यहां जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गयी थी. कांग्रेस मैदान रोड में भी पानी भर गया था. यहां कुम्हरार के विधायक अरुण कुमार सिन्हा व संबंधित वार्ड पार्षद प्रमीला वर्मा रहती हैं. राजेंद्रनगर रोड नंबर एक में घुटने भर पानी भर गया था. इससे लोगों को काफी परेशानी हुई. यहां कई निजी कोचिंग संस्थान, चिकित्सकों के क्लिनिक व बड़े अस्पताल हैं. कंकड़बाग के पीसी कॉलोनी स्थित गंगा देवी कॉलेज रोड में भी पानी भर गया. यहां नाले के निर्माण के लिए गड्ढ़ा खोदा गया है. लोगों ने दुर्घटना होने के डर के मारे इस सड़क से गुजरना तक छोड़ दिया है.
ओवरब्रिजों का भी हाल बुरा, कई पर पानी
इसके अलावा राजधानी के अधिकतर ओवरब्रिज पर भी बरसात का पानी भर गया था. चिरैयांटांड़, मीठापुर, चितकोहरा व बहादुरपुर ओवर ब्रिज पर पानी भर गया, जिससे आने-जानेवाले लोगों को काफी परेशानी हुई थी.