पटना: विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की प्रारंभिक जांच में मोकामा पुलिस एनकाउंटर के फर्जी होने के साक्ष्य मिले हैं. पहले से ही मेडिकल रिपोर्ट भी पूरे घटनाक्रम को फर्जी करार दे रही है.
एफएसएल के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, जिस स्थान पर गोली मारी गयी है, उसकी ऊंचाई व गोली चलाने के एंगल से यह स्पष्ट है कि भाग-दौड़ के क्रम में गोली नहीं मारी गयी है. एफएसएल के जांचकर्ता बाकायदा इसका आधा दर्जन से अधिक बार ट्रायल कर चुके हैं. इसके साथ ही इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह के पास से बरामद हथियार व गोली का मिलान भी कराया गया है. एफएसएल सूत्रों ने बताया कि पूरी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंपी जायेगी.
सीआइडी जांच की तैयारी शुरू
पुलिस मुख्यालय के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मामले की जांच सीआइडी से करायी जायेगी. इसके लिए पटना के एसएसपी से प्रस्ताव मिल गया है. पुलिस मुख्यालय सूत्रों ने बताया कि मामले की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराने का मानवाधिकार आयोग का स्पष्ट निर्देश है. ऐसे में दूसरे जिले की पुलिस से जांच नहीं करा कर सीआइडी जांच ही ज्यादा सटीक मानी गयी है.
हत्या का मामला चलेगा
फर्जी एकाउंटर के मामले में प्राप्त वैज्ञानिक जांच रिपोर्ट व मेडिकल रिपोर्ट व सीआइडी जांच के आधार पर इरादतन हत्या का मामला आरोपितों के खिलाफ संचालित हो सकता है. इसके साथ ही आरोपितों को सेवा से बरखास्त किया जा सकता है.