राजद व कांग्रेस से इतर बंद कमरे में शरद, उपेंद्र, मुकेश और मांझी की बातचीत
पटना : दिल्ली में विस चुनाव खत्म होते ही बिहार में सरगर्मी बढ़ गयी है. शुक्रवार को एक होटल में महागठबंधन से जुड़े शरद यादव, उपेंद्र कुशवाहा, जीतनराम मांझी व मुकेश सहनी जुटे और विस चुनाव के लिए साझा रणनीति की चर्चा की. इस बैठक से औपचारिक तौर पर राजद व कांग्रेस ने दूरी बनाये रखीं.
चारों नेताओं ने बैठक के बारे में खुलकर कुछ नहीं कहा, पर खबर आयी कि लालू के जेल में होने के कारण शरद यादव सहयोगी दलों को एक मंच पर करने और साथ में वाम दलों को भी आने की पहल करेंगे. शरद यादव ने साफ कहा कि वह केंद्र की राजनीति करते हैं. महागठबंधन के नेताओं से जब मीडिया ने इस मीटिंग के संबंध में सवाल पूछा, तो सभी ने कहा कि वेलेंटाइन डे हैं, बस औपचारिक मुलाकात है.
मुलाकात के बाद शरद यादव रांची रवाना हो गये, जहां उनकी लालू से मुलाकात होगी. दो दिन बाद पटना लौटने पर नयी रणनीति का खुलासा होगा. वीआइपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की जानकारी में यह बैठक हुई है. नेता पद को लेकर कोई विवाद नहीं है. तेजस्वी को अभी राजद ने नेता घोषित किया है, महागठबंधन के मंच पर जब मसला आयेगा, तो विचार होगा.
राज्य में अगले महीने राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव की अधिसूचना जारी होने वाली है. 18 फरवरी को जदयू से निकाले गये रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी पटना आने वाले हैं. शरद के नेतृत्व में हुई बैठक को इस परिदृष्य से भी जोड़ कर देखा जा रहा है.
रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि कोई बात तय नहीं हुई. इसलिए हम अभी कुछ नहीं बोल सकते है. करीब दो घंटे तक बंद कमरे में विचार-विमर्श के बाद सभी नेता बाहर निकल गये. शरद यादव जब कमरे से बाहर निकले, तो मीडिया ने पूछा कि आज आपके नेतृत्व में वार्ता हुई है.
महागठबंधन में टूट हो गयी है, कहीं आपको ही बिहार विस चुनाव में आगे कर चुनाव लड़ने की रणनीति, तो नहीं बन रही है. इसके जवाब में शरद यादव ने कहा कि हम केंद्र की राजनीति करते है. बावजूद इसके दो दिनों के बाद जब हम आयेंगे, जानकारी देंगे.