पटना : शराबबंदी-नशाबंदी कानून को लागू करने के लिए आर्थिक अपराध इकाई विशेष सप्लायर व भंडारणकर्ताओं की गिरफ्तारी को विशेष अभियान चला रही है. पंजाब के शराब तस्कर अमरिंदर से मिले इनपुट के बाद एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने अधिकारियों को टॉस्क दिया है. सूत्रों के अनुसार इओयू में कई टीमें गठित कर दी गयी हैं.
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शराबबंदी कानून: इन राज्यों के तस्कर लिस्ट में सबसे ऊपर, बिहार में जम्मू से असम तक के माफिया सक्रिय
पटना : शराबबंदी-नशाबंदी कानून को लागू करने के लिए आर्थिक अपराध इकाई विशेष सप्लायर व भंडारणकर्ताओं की गिरफ्तारी को विशेष अभियान चला रही है. पंजाब के शराब तस्कर अमरिंदर से मिले इनपुट के बाद एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने अधिकारियों को टॉस्क दिया है. सूत्रों के अनुसार इओयू में कई टीमें गठित कर दी गयी […]
इनको बाहरी राज्यों के उन तस्करों को गिरफ्तार करने की जिम्मेदारी दी गयी है, जो बिहार में शराबबंदी कानून में बाधा पहुंचा रहे हैं. इसमें यूपी, पंजाब व हरियाणा के तस्कर लिस्ट में सबसे ऊपर हैं. 26 से 27 दिसंबर को इओयू ने राज्यभर में विशेष अभियान भी चलाया था.
इओयू की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में विदेशी शराब की बरामदगी 41.21 और देसी शराब की बरामदगी 51.54 फीसदी बढ़ गयी है. विदेशी शराब बरामदगी के मामले में गोपालगंज, दरभंगा, समस्तीपुर, पटना व बक्सर टॉप फाइव जिलों में हैं. देसी शराब में गया, नवादा, मधुबनी, रेल जमालपुर व शिवहर हैं. सबसे अधिक कांड पटना, रोहतास, कटिहार, गोपालगंज व नवादा में दर्ज हुए.
जम्मू से असम तक के माफिया सक्रिय
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिहार में शराब तस्करी में झारखंड, यूपी, हरियाणा, पंजाब और नेपाल के माफिया सबसे अधिक सक्रिय हैं.
वर्ष 2016 से अब तक झारखंड के 200 से अधिक, उत्तर प्रदेश 250 , हरियाणा 200, पश्चिम बंगाल 80, नेपाल 30, राजस्थान 20 और दिल्ली के 20 से अधिक माफिया गिरफ्तार किये जा चुके हैं. शराब माफिया को मदद करने वाले 1000 से अधिक पुलिसकर्मियों पर भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा चुकी है. ऐसी जानकारी मिल रही है कि प्रदेश में विदेशी शराब सबसे अधिक खपाई जा रही है.
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