पटना : चीन में फैले कोरोना वायरस को लेकर बुधवार को स्वास्थ्य महकमा ने केंद्र सरकार को पंचायत स्तर पर तैयारियों को लेकर किये गये प्रयास की जानकारी दी. प्रधान सचिव संजय कुमार ने केंद्र सरकार को बताया कि नेपाल से सटे सात जिलों के जिलाधिकारियों को पंचायत स्तर पर जागरूकता कैंप आयोजित करने का निर्देश दिया जा चुका है. मेडिकल टीम ने कुल 78 लोगों की जांच की.
किसी में भी कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिले हैं. अन्य जिलों से पूरी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. केंद्र सरकार को बताया गया कि विभाग द्वारा पटना एवं गया एयरपोर्ट पर मेडिकल टीम को तैनात कर दिया गया है. साथ ही टीम के सदस्यों को स्पष्ट हिदायत दी गयी है कि किसी भी संदिग्ध के पाये जाने पर उस को अविलंब आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराते हुए उनकी जांच सुनिश्चित करायी जाये.
इसके अलावा गया स्थित अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज, आईडीएच और गया एयरपोर्ट हॉस्पीटल में आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था कर दी गयी है. पटना में पीएमसीएच एवं एनएमसीएच में 10-10 बेड का आइसोलेशन वार्ड एवं आइडीएच, पटना में 20 बेडों का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है. जिलों से मरीजों की रिपोर्ट का फार्म दिया जा चुका है.
नहीं आयी जांच रिपोर्ट अभी पीएमसीएच में ही भर्ती रहेगी छात्रा
पटना : पीएमसीएच में भर्ती कोरोना वायरस की संदेहास्पद मरीज की जांच रिपोर्ट बुधवार को नहीं आ पायी है. चीन से पिछले दिनों लौटी छात्रा को यहां आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. उसके ब्लड और स्वाब का सैंपल सोमवार को पुणे स्थित एनआइवी (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी) लैब में जांच के लिए भेजा गया था. जांच रिपोर्ट बुधवार को ही आनी थी. अब माना जा रहा है कि करीब दो दिनों के बाद यह रिपोर्ट आयेगी. सूत्रों के मुताबिक देश भर से काफी संख्या में कोरोना वायरस की जांच के लिए सैंपल पुणे के एनआइवी लैब पहुंचे हैं. संख्या अधिक होने के कारण यह विलंब हुई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, कोरोना वायरस सी-फूड से जुड़ा है. इसके संक्रमण के शिकार मरीजों में सामान्य जुकाम से लेकर सांस की गंभीर समस्या तक उत्पन्न होती है. जुकाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार जैसे शुरुआती लक्षण दिखते हैं. इसके बाद ये लक्षण निमोनिया में बदल जाते हैं.