पटना सिटी : आलमगंज थाना पुलिस ने दवा व्यवसायी शैलेंद्र कुमार सिन्हा उर्फ राजू मेहता की हुई हत्या के मामले में जमीन से जुड़े विवाद मान कर तफ्तीश आरंभ की है. पुलिस ने हत्या के मामले में दो को नामजद अभियुक्त बनाया है. वहीं, एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ आरंभ की है.
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दवा व्यवसायी की हत्या में दो नामजद, एक िगरफ्तार
पटना सिटी : आलमगंज थाना पुलिस ने दवा व्यवसायी शैलेंद्र कुमार सिन्हा उर्फ राजू मेहता की हुई हत्या के मामले में जमीन से जुड़े विवाद मान कर तफ्तीश आरंभ की है. पुलिस ने हत्या के मामले में दो को नामजद अभियुक्त बनाया है. वहीं, एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ आरंभ की […]
आलमगंज थानाध्यक्ष सुधीर कुमार ने बताया कि हत्या की वजह जमीन से जुड़ा विवाद है. इस मामले में सन्नी व गुड्डू को आरोपित किया गया है. पुलिस सूत्रों की मानें, तो मृतक राजू मेहता ने सन्नी मेहता से 34 लाख रुपये एक जमीन खरीदने के लिए बयाना किया था लेकिन समन्वय नहीं बनने की स्थिति में राजू मेहता उक्त जमीन खरीदने को तैयार नहीं हुआ.
इसके बाद बयाना के तौर पर दी गयी रकम की मांग सन्नी से करने लगा. सन्नी ने बयाना में मिली कुछ रकम लौटायी थी. बाकी रकम को लेकर विवाद चल रहा था. समाज में भी इसके लिए समझौता हुआ था. इसमें तय हुआ था कि पांच जनवरी को सन्नी रकम लौटा देगा. लेकिन रकम नहीं मिली. पुलिस इसी बिंदु को भी केंद्रित कर अनुसंधान कर रही है.
बहनोई की भी हो चुकी है हत्या : परिजनों व मुहल्ले के लोगों ने बताया कि अरसा पहले राजू के बहनोई ओम प्रकाश मेहता की भी हत्या कर दी गयी थी. इसके बाद बहन मीना देवी, दो बेटा शशि व गोलू भी यहीं रहते थे. बाद में जमीन खरीद उसके मकान बनाने की तैयारी कर रहा था. बताया जाता है कि राजू भी हाल के दिनों में जमीन की खरीद-बिक्री के धंधे से जुड़ गया था. राजू की ससुराल नखास पीड मुहल्ले में है.
हत्या में शामिल अपराधियों को पता था कि राजू दुकान बंद कर घर कब लौटता है. इसी के तहत शनिवार की रात गुलजारबाग ऑटो स्टैंड के समीप गोली मार हत्या कर दी गयी. परिजनों ने बताया कि राजू ने मां को गोली लगे अवस्था में फोन कर तबीयत खराब होने की सूचना दी थी.
शव घर पहुंचते ही मचा कोहराम, पसरा मातम
हत्या के बाद मेहंदीगंज थाने के महेशपुर मुहल्ले में शनिवार की रात से ही मातम परसा था. रविवार की दोपहर जब पोस्टमार्टम के बाद शव को घर लाया गया तो गांव में कोहराम मच गया. काफी संख्या में लोग घर के बाहर जुटे थे, जहां पहले से ही दाह-संस्कार की तैयारी कर रखी थी. इसके बाद शव के अंतिम दर्शन के बाद दाह-संस्कार के लिए खाजेकलां श्मशान घाट ले जाया गया.
वहां पर पुत्र ने मुखाग्नि दी. पिता रामेश्वर महतो का कहना है कि घर में इकलौता पुत्र होने के साथ 10 लोगों का जीवनयापन करता था. उसकी कमाई से गृहस्थी चल रही थी. राजू की मां निर्मला देवी बेटे की मौत से बेसुध हो गयी है. परिजनों ने बताया कि गोविंद मित्र रोड में हरिओम एजेंसी के नाम से उसने दवा की दुकान कर रखी थी.
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