पटना : जदयू ने पहले तीन दिनों में राज्य के 21 हजार बूथों पर अध्यक्ष और सचिव बना दिये हैं. यह प्रक्रिया 15 नवंबर से शुरू हुई है और पांच दिसंबर तक चलेगी. बूथ का दायित्व पार्टी की निष्ठा से जुड़े कार्यकर्ताओं को दिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विचारों को आम लोगों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सभी बूथ अध्यक्ष और सचिव को दी जा रही है.
इस संबंध में रविवार को जदयू के प्रदेश महासचिव अनिल कुमार ने बताया कि लोगों ने हर जगह इस अभियान को हाथों हाथ लिया है. सभी बूथों पर अध्यक्ष और सचिव का मनोनयन किया जाना है और तय कार्यक्रम के अनुसार सप्ताह में तीन दिन इसके लिए विशेष ड्राइव चलाया जायेगा. इसके लिए पार्टी के क्षेत्रीय संगठन प्रभारियों की देखरेख में जिला अध्यक्ष, जिला संगठन प्रभारी, प्रदेश और जिला द्वारा नामित विधानसभा प्रभारी, प्रखंड अध्यक्ष, प्रखंड प्रभारी व पंचायतों के अध्यक्ष जुटे हुए हैं. सभी अपने-अपने क्षेत्रों में प्रवास कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस अभियान को पूरा करने के बाद हमलोग 15 दिसंबर, 2019 से पांच जनवरी, 2020 के बीच सभी विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले सम्मेलन को ऐतिहासिक बनाने में जुट जायेंगे. 2020 में एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बने, इसके लिए पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं ने अभी से कमर कस ली है.
हर जिले में दस शिक्षकों को सम्मानित करेगी पार्टी
पटना : जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ हर जिले में दस शिक्षकों काे सम्मानित करेगा. यह निर्णय रविवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रकोष्ठ की बैठक में लिया गया.
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष कन्हैया सिंह ने कहा कि हाइस्कूलों से रिटायर्ड शिक्षक, कॉलेजों के प्राध्यापक और गांव में ट्यूशन पढ़ाकर शिक्षा देने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया जायेगा. उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि जदयू देश स्तर पर छठी बड़ी पार्टी है. हमारे देश स्तर पर 100 से अधिक विधायक व विधान पार्षद और 22 सांसद हैं. हर महीने के तीसरे रविवार को प्रदेश कार्यालय में बैठक होगी.
साथ ही एक महीना छोड़कर प्रमंडलों में बैठक होगी. इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ राजेंद्र यादव ने कहा कि प्रदेश या जिला में पदाधिकारी बनने से पहले सभी सदस्यों को पहले सक्रिय सदस्य बनना होगा, जो नहीं बन पाये हैं वे जल्द सक्रिय सदस्य बन जाएं. बैठक का संचालन अवधेश तिवारी व धन्यवाद ज्ञापन प्रमोद कुमार सिंह ने किया. बैठक में विद्यानंद विकल, अर्जुन प्रसाद सिंह, डॉ संगीता, भारती कुमारी, प्रो उमाकांत झा, डॉ नारायण यादव, रामउपेंद्र सिंह व संजीव ने विचार व्यक्त किये.