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पटना : डेंगू से पुलिस हवलदार की मौत, अब तक चार लोगों की गयी जान
पटना : राजधानी के अधिकतर मुहल्लों में डेंगू लगातार पैर पसार रहा है. इसकी चपेट में आने से अब तक पटना के चार लोगों की मौत हो चुकी है. मंगलवार को पुलिस परिवहन मुख्यालय के एक हवलदार चालक नंदकिशोर सिंह की डेंगू से मौत हो गयी. डेहरी के मूल निवासी नंदकिशोर 11 अक्तूबर से ही […]
पटना : राजधानी के अधिकतर मुहल्लों में डेंगू लगातार पैर पसार रहा है. इसकी चपेट में आने से अब तक पटना के चार लोगों की मौत हो चुकी है. मंगलवार को पुलिस परिवहन मुख्यालय के एक हवलदार चालक नंदकिशोर सिंह की डेंगू से मौत हो गयी. डेहरी के मूल निवासी नंदकिशोर 11 अक्तूबर से ही बुखार की चपेट में थे. 13 अक्तूबर को अचानक चक्कर व खून की उल्टी के बाद उनको पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था.
तबीयत ठीक नहीं होने पर फिर पाटलिपुत्र स्थित एक निजी अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया, जहां मंगलवार को उनकी मौत हो गयी. उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार पटना के बांसघाट पर हुआ. पुलिस परिवहन मुख्यालय के डीएसपी राजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि उनकी मृत्यु बीमारी से हुई है.
वहीं, पटना नगर निगम के वार्ड संख्या-27 की पार्षद के चचेरे जेठ की मौत भी दो दिनों पहले डेंगू से हो गयी है. मृतक के चचेरे भाई राजकुमार राजू ने बताया कि पीएमसीएच में जांच कर इलाज करने के बदले मरीज को घर भेज दिया. घर पर स्थिति खराब हो गयी और डेंगू की वजह से मौत हो गयी. इससे पहले सोमवार को पुलिस लाइन में तैनात सिपाही मनीष झा के सात वर्षीय पुत्र अभिनव कुमार की निजी हॉस्पिटल में, जबकि 26 सितंबर को विक्रम प्रखंड के मरियामा के रहने वाली 16 वर्षीय ज्योति की पीएमसीएच में डेंगू से मौत हो गयी थी.
मंगलवार को मिले 79 डेंगू पॉजिटिव मरीज
मंगलवार को भी पीएमसीएच के वायरोलॉजी डिपार्टमेंट में 169 मरीजों के ब्लड सैंपल की जांच की गयी, जिनमें 79 डेंगू पॉजिटिव पाये गये. वायरोलॉजी डिपार्टमेंट के इंचार्ज डॉ सच्चिदानंद कुमार ने बताया कि ये सभी मरीज पटना जिले के हैं. एनएमसीएच में भी 10 मरीजों के सैंपल में डेंगू की पुष्टि हुई. साथ ही अब तक सिर्फ पटना में 1394 लोग डेंगू के चपेट में आ चुके हैं.
इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किये गये 10 मरीज
पीएमसीएच के इमरजेंसी डेंगू वार्ड में मंगलवार को 10 नये मरीज को भर्ती किया गया. इसमें पटना के सात व अन्य जिलों के तीन मरीज शामिल हैं. वहीं, जनरल वार्ड में 40 मरीज भर्ती हैं. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि डेंगू वार्ड में भर्ती एक-एक मरीज की निगरानी की जा रही है. इससे सभी भर्ती मरीजों की स्थिति सामान्य है और बेहतर इलाज किया जा रहा है.
डेंगू पीड़ितों से मिलने पीएमसीएच पहुंचे अश्विनी चौबे पर युवक ने फेंकी स्याही
पटना : मंगलवार की सुबह पीएमसीएच के डेंगू वार्ड का निरीक्षण कर लौटते वक्त केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे पर दो युवकों ने नीली स्याही फेंक दी. स्याही उनकी पीठ व गाड़ी के साथ-साथ पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ राजीव रंजन के चेहरे पर भी पड़ी. मंत्री की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों ने स्याही फेंकने वाले युवकों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन युवक भाग गया. बाद में पटना पुलिस की टीम ने घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच की. उन्होंने इस संबंध में अधीक्षक से भी जानकारी ली. हालांकि, इसको लेकर देर शाम तक कोई मामला दर्ज नहीं कराया गया और न ही किसी की गिरफ्तारी की सूचना है.
अपराधियों के इशारे पर फेंकी गयी स्याही : इस घटना पर अश्विनी चौबे ने कहा कि यह काम उन्हीं लोगों की करतूत है, जो गंदा काम करते हैं. अपराधी के इशारे पर स्याही फेंकी गयी है. यह स्याही मीडिया पर फेंकी गयी, जिसके छींटे मेरे ऊपर भी पड़े. उन्होंने डेंगू मरीजों की बाबत कहा कि डेंगू वार्ड में भर्ती सभी मरीजों का बेहतर इलाज चल रहा है.
मरीजों ने की दवा नहीं मिलने की शिकायत
इससे पहले केंद्रीय मंत्री सुबह करीब 10 बजे पीएमसीएच पहुंचे. सबसे पहले उन्होंने डेंगू वार्ड का निरीक्षण किया. इस दौरान दो मरीजों ने मंत्री से कहा कि हमें अस्पताल से दवाएं नहीं मिल रही हैं. बाहर से दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं. मरीजों की शिकायत पर तत्काल छानबीन की गयी, तो मामला सही निकला. अधीक्षक से पूछताछ की गयी, तो उन्होंने बताया कि डॉक्टर की ओर से पारासिटामोल 650 एमजी पावर की दवा लिखी गयी, जो अस्पताल में उपलब्ध नहीं है. इससे मरीज को बाहर से दवा खरीदनी पड़ रही थी. अब नहीं खरीदनी पड़ेगी.
मंत्री के पहुंचने से पहले परिजनों ने किया हंगामा
मंत्री के पीएमसीएच पहुंचने के पहले ही पीएमसीएच प्रशासन ने इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजनों को बाहर निकाल दिया. इसके साथ ही इमरजेंसी वार्ड का गेट भी बंद कर दिया गया, ताकि कोई वार्ड में नहीं जा सके. इसको लेकर परिजनों ने हल्का हंगामा किया और थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी मच गयी. हालांकि, आधे घंटे में वार्ड का गेट खोला गया और मामला शांत हो गया.
क्या कहते हैं अधीक्षक
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री डेंगू वार्ड पहुंचे और मरीजों से इलाज से संबंधित पूछताछ की. वे निर्माणाधीन वार्ड देख कर लौट रहे थे, तभी स्याही फेंकने की घटना हुई. मेरी ओर से कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी गयी है.
वहीं, एसएसपी गरिमा मलिक ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने पर टाउन डीएसपी सुरेश प्रसाद को जांच के लिए भेजा गया था. अगर प्राथमिकी करने के लिए आवेदन प्राप्त होता है, तो प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी.
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