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पटना : कैंपस में नहीं दिख रहे छात्रों की संख्या के बराबर पौधे

पटना : पटना विश्वविद्यालय समेत तमाम विश्वविद्यालय के कॉलेजों, विभागों व शिक्षण संस्थानों में यूजीसी के नियमों के अनुसार प्रत्येक छात्र को एक पौधा कैंपस में लगाना था. जितने छात्रों का नामांकन कॉलेज में हुआ है, या जो छात्र पहले से पढ़ रहे हैं, अगर उतने पौधे लग जायें तो फिर हर कैंपस में हर […]

पटना : पटना विश्वविद्यालय समेत तमाम विश्वविद्यालय के कॉलेजों, विभागों व शिक्षण संस्थानों में यूजीसी के नियमों के अनुसार प्रत्येक छात्र को एक पौधा कैंपस में लगाना था. जितने छात्रों का नामांकन कॉलेज में हुआ है, या जो छात्र पहले से पढ़ रहे हैं, अगर उतने पौधे लग जायें तो फिर हर कैंपस में हर तरफ हरियाली ही हरियाली नजर आयेगी. लेकिन अफसोस कि उक्त आशय का एक नोटिफिकेशन मात्र निकालकर विवि या कॉलेजों के द्वारा छोड़ दिया गया. उसकी कोई प्रॉपर मॉनेटरिंग नहीं हो रही है.
जबकि अगर इसे पूरी तरह से फॉलो किया जाये तो कैंपस के कोने-कोने में हरियाली नजर आयेगी. कॉलेज व विश्वविद्यालयों के द्वारा स्वयं अपने स्तर से कुछ पौधे जरूर लगाये गये हैं लेकिन उतने काफी नहीं हैं. इसका अगर सख्ती से पालन हो तो बड़ा बदलाव हो सकता है. लेकिन इसे प्रॉपर तरीके से लागू नहीं किये जाने से यह सिर्फ एक योजना बनकर रह गया है. जबकि प्रत्येक छात्र के अनुसार इसमें कोई बहुत अधिक लागत भी नहीं है और अधिक मेहनत भी नहीं है.
बीएन कॉलेज के बॉटनी में पौधे लगाने की परंपरा : पटना विश्वविद्यालय के बीएन कॉलेज के बॉटनी विभाग में पौधे लगाने की परंपरा पहले से है और यहां हर छात्र जब भी कोई
यहां से उतीर्ण होता है तो वह पौधा लगाता है. छात्रों को उससे सीखलेनी चाहिए. यहां हर छात्र-छात्रा जो भी पास होकर कॉलेज छोड़ते हैं
यादगार के तौर पर पौधे लगाकर जाते हैं. उक्त डिपॉरमेंट में बकायदा इसे नोट भी किया जाता है. इसी प्रकार कुछ
एक कॉलेजों में छात्रों ने कुछ पौधे लगाये हैं. जैसे वाणिज्य कॉलेज, पटना कॉलेज आदि में कुछ पौधे छात्रों के द्वारा लगाये गये हैं. लेकिन जिस बड़े पैमाने पर पौधे लगाने की बात थी वह नहीं हो रही है. छात्र भी उसमें बहुत इंटरेस्ट नहीं दिखा रहे हैं. कुछ को तो ऐसे किसी नियम के बारे में पता भी नहीं है. जबकि हर विभाग को इस संबंध में नोटिस कर छात्रों को जानकारी देनी चाहिए.

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