पंडारक : पंडारक थाने के हरिजन टोला में अपराधियों ने घर से बाहर बुलाकर दुकानदार रोशन कुमार (21) को गोली मार दी. पीएमसीएच में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.
यह वारदात बुधवार की रात्रि तकरीबन 10 बजे हुई. घटना का कारण स्पष्ट नहीं है. कयास लग रहा है कि प्रेम–प्रसंग में दुकानदार की हत्या की गयी. प्राप्त जानकारी के मुताबिक रोशन अपने घर में भोजन कर रहा था. इसी दौरान मोबाइल से बात कर किसी ने उसे सड़क पर बुलाया, लेकिन घर से बाहर बुलाने वाले शख्स से उसकी मुलाकात नहीं हो सकी.
वह सड़क किनारे पान की दुकान पर उस शख्स का इंतजार कर घर लौट रहा था. इसी दौरान गली में घात लगाये अपराधियों ने काफी नजदीक से उसके गले में गोली मार दी. वारदात को अंजाम देकर अपराधी फरार हो गये. इधर, गोली लगते ही दुकानदार गली में गिरकर तड़पने लगा. फायरिंग के थोड़ी देर बाद उसके कराहने की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंचे. आनन-फानन में उसे उपचार के लिए पंडारक अस्पताल में भर्ती कराया.
यहां से डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार कर घायल को पीएमसीएच रेफर कर दिया, लेकिन उसकी मौत हो गयी. ग्रामीणों का कहना है कि जिस समय यह घटना घटी उस समय बिजली गुल थी. अंधेरे का फायदा उठाकर घनी आबादी के बीच में अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया. इस मामले में मृत दुकानदार की बहन अनुराधा रंजन ने अज्ञात के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी है.
थानेदार का कहना है कि घटना के विभिन्न पहलुओं पर छानबीन चल रही है. मृतक के मोबाइल की जांच भी करवाई जायेगी. इससे उसे घर से बाहर बुलाने वाले व्यक्ति का पता चल सकेगा.
अनुमान है कि दुकानदार को घर से बाहर बुलाने वाले व्यक्ति ने लाइनर का काम किया.रोशन अपने–माता पिता का इकलौता पुत्र था. उसे पिता की मौत बीमारी से हो चुकी है. इसको लेकर उसपर परिवार की जिम्मेदारी थी. उसकी माता मानसिक रूप से बीमार है. वह शृंगार की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण- पोषण कर रहा था. इस घटना के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है.
वहीं परिजनों के बीच कोहराम मचा है. रोशन की बड़ी बहन ने कहा कि पिता की मौत के बाद भाई ही परिवार का सहारा था. वह दुकान चलाकर अपनी पढ़ाई के साथ परिजनों की देखभाल कर रहा था. उसकी मौत से उन लोगों की दुनिया उजड़ गयी. रोशन की बेवजह हत्या की गयी है. उसके परिवार को किसी से दुश्मनी नहीं थी.