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सुखाड़ से निबटने के लिए विभागों को मिला टास्क बनेंगे नियंत्रण कक्ष

पटना: सुखाड़ से निबटने के लिए सरकार ने विभागों की जिम्मेवारी तय कर दी है. सोमवार को मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह की अध्यक्षता में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक हुई. बैठक में कृषि, लघु जल संसाधन, जल संसाधन, ऊर्जा, ग्रामीण विकास और पीएचइडी को नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का निर्देश दिया गया है. आपदा […]

पटना: सुखाड़ से निबटने के लिए सरकार ने विभागों की जिम्मेवारी तय कर दी है. सोमवार को मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह की अध्यक्षता में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक हुई. बैठक में कृषि, लघु जल संसाधन, जल संसाधन, ऊर्जा, ग्रामीण विकास और पीएचइडी को नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का निर्देश दिया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव अनिरुद्ध कुमार ने विभागों को दिये गये निर्देश की जानकारी दी.

31 तक अनाज उठाव का निर्देश : संयुक्त सचिव ने बताया कि कृषि विभाग को प्रतिदिन किसानों में बांटे गये डीजल अनुदान की जानकारी विभाग को देनी है. लघु जल संसाधन विभाग को कहा गया है कि जूनियर इंजीनियर को सभी जिलों में भेज कर क्रियाशील नलकूप की जानकारी प्राप्त करें. जल संसाधन विभाग नहरों में अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने की जानकारी विभाग को देगा. ग्रामीण विकास विभाग को सुखाड़ के कारण मजूदरों को काम नहीं मिलने की जानकारी लेने और पंचायतों में कार्यरत योजना की जानकारी देने का निर्देश दिया गया है. खाद्य आपूर्ति विभाग को 31 अगस्त तक अनाज उठाव का निर्देश दिया गया है. विभाग को कहा गया है कि भंडारण की समस्या है, तो बियाडा के गोदाम और किराये के गोदाम का उपयोग करे. पीएचइडी को पंचायत स्तर पर भू गर्भ जल स्तर की जानकारी और जहां पानी की समस्या है वहां टैंकर से पानी पहुंचाने का निर्देश है.

वर्षा मापक यंत्र को कराएं ठीक : योजना एवं विकास विभाग को कहा गया है कि राज्य के 120 प्रखंडों में खराब पड़े वर्षा मापक यंत्र को अविलंब ठीक करायें. वर्षा की स्थिति पर चर्चा करते हुए बताया गया कि राज्य में वर्षा की कमी -22 प्रतिशत कम रिकॉर्ड की गयी है. अब -22 प्रतिशत से अधिक वर्षा की कमी वाले जिलों की संख्या 28 रह गयी है. सिर्फ 10 जिलों में वर्षा सामान्य या सामान्य से अधिक दर्ज की गयी है. इन जिलों में बांका, बेगूसराय, भागलपुर, दरभंगा, जमुई, खगड़िया, लखीसराय, मुंगेर, समस्तीपुर और शेखपुरा हैं.

सोन में पानी आया, तो बाणसागर से पानी लेना बंद

जलग्रहण क्षेत्र से सोन में पूरा पानी आने के कारण रोहतास के इंद्रपुरी बराज में अभी पर्याप्त पानी उपलब्ध है. वहां से क्षमता के मुताबिक नहरों को पर्याप्त पानी दिया जा रहा है. जलग्रहण क्षेत्र से पानी मिलने के कारण ही मध्य प्रदेश के बाणसागर जलाशय से अस्थायी रूप से पानी लेना बंद कराया गया है. जरूरत पड़ते ही तुरंत वहां से पानी लेना शुरू कर दिया जायेगा. सोमवार को इंद्रपुरी बराज से पूर्वी और पश्चिमी लिंक नहरों को पूरी क्षमता के साथ 14300 क्यूसेक पानी दिया गया. पूर्वी लिंक नहर को 4500 क्यूसेक और पश्चिमी लिंक नहर को 9800 क्यूसेक पानी दिया जा रहा था.

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