पटना : पटना विश्वविद्यालय में सात सदस्यीय नैक की टीम सोमवार को सुबह नौ बजे अपने समय से विश्वविद्यालय मुख्यालय पहुंची और कुलपति प्रो रास बिहारी सिंह के कक्ष में ही उनसे मुलाकात की.
इस मौके पर कुलपति के द्वारा विवि के संबंध में एक पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन नैक टीम के समक्ष प्रस्तुत किया. नैक की टीम ने इस दौरान कई सवाल भी कुलपति से पूछे जिसका उन्होंने जवाब दिया. पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन में विगत दिनों में विवि में किये गये डेवलपमेंट के संबंध में विस्तार से बताया गया. साथ ही एसएसआर रिपोर्ट में जो भी जानकारियां विवि के द्वारा अपलोड की गयी थीं, उस संबंध भी प्रस्तुति दी गयी.
छात्रों व शिक्षकों से सवाल भी पूछे : नैक की मुख्यालय से निकलने के बाद दो भागों में बंट गयी. एक टीम दरभंगा हाउस पहुंची जहां उसने मानविकी संकाय, कॉमर्स संकाय व सोशल साइंस संकाय के हर पीजी विभागों में जाकर जायजा लिया. टीम ने प्लेसमेंट, पीएचडी, जेआरएफ आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी ली. एकेडमिक शेड्यूल व रूटीन प्रक्रियाओं के बारे में भी जाना. उधर दूसरी टीम साइंस फैकल्टी के पीजी विभागों का जायजा लेने के लिए सबसे पहले जूलॉजी विभाग में पहुंची और वहां घूमकर क्लास रूम से लेकर लैब व लाइब्रेरी का जायजा लिया. यहां विभागाध्यक्ष से भी पूछताछ की.
छात्रों को उपकरण भी चलाकर दिखाने को कहा : इसके बाद लैब में छात्र-छात्राओं से भी सवाल पूछे गये. उन्होंने उनके सवालों का जवाब भी दिया. लैब में छात्रों को इक्यूमेंट्स भी चलाकर दिखाने को कहा गया. टीम ने संबंधित डॉक्यूमेंट्स व फाइलों को भी देखा. लैब की रखरखाव किसी प्रकार होती है, इसका फंड कहां से आता है, इस तरह के सवाल भी पूछे. कुलपति प्रो रास बिहारी सिंह ने कहा कि विवि के संबंध में जो भी जरूरी जानकारियां टीम के द्वारा मांगी गयी, उन्हें बताया गया.
नैक टीम के सदस्य
नैक टीम के चेयरपर्सन मिजोरम यूनिवर्सिटी(सेंट्रल यूनिवर्सिटी) के कुलपति प्रो केआरएस शम्बसिवा राव हैं. इसके अलावा टीम में देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अभय कुमार, सेंट्रल यूनिवर्सिटी तमिलनाडू के स्कूल ऑफ साइंस के हेड प्रो सुलोचना शेखर, जेएनयू दिल्ली के प्रोफेसर मजहर आसिफ, बाबा साहेब अम्बेदकर यूनिवर्सिटी, लखनऊ के प्रोफेसर मनीष कुमार वर्मा, जम्मू यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अरविंद जसरोटिया शामिल हैं. टीम में आब्जर्वर के रूप में डॉ बीआर अम्बेदकर ओपन यूनिवर्सिटी के प्रतिकुलपति प्रो पी रमैय्या शामिल हैं.