पटना सिटी : अगमकुआं-बिस्कोमान संपर्क पथ निगम की ओर से कूड़ा के डंप करने की वजह से बंद हो गया है. नतीजतन लंबी दूरी से बचने के लिए लोग रेलवे ट्रैक पार कर आवाजाही कर रहे हैं, जो जानलेवा साबित हो रही है.
यह बात रविवार को जन संघर्ष मोर्चा की ओर से कूड़ा डंपिंग केंद्र बंद करने की मांग को लेकर प्रदर्शन के बाद आयोजित सभा में वक्ताओं ने कही. प्रदर्शन का नेतृत्व अध्यक्ष प्रदीप मेहता, अध्यक्ष देवरतन प्रसाद व महासचिव उमेश पंडित ने किया. इसके बाद डॉ प्रवीण की अध्यक्षता में सभा हुई. इसमें वक्ताओं ने कहा कि एनएमसीएच, आरएमआरआइ व अगमकुआं शीतला माता मंदिर समेत अन्य जगहों पर आने-जाने वालों को मार्ग बंद होने व कूड़े की दुर्गंध से परेशानी हो रही है.
सरकार, जिला प्रशासन व निगम इस मामले में चुप्पी साधे हुए है. आंदोलन में शैलेंद्र कुमार सिंह, नागेंद्र सिंह, रतन यादव, जेपी पाल, सतीश वर्णवाल, हरेंद्र मिश्र, शरीफ अहमद रंगरेज,रामशंकर दूबे, गुड्डू सिंह,लव सहनी, रविनंद, एनके तिवारी व बच्चू सिंह समेत दर्जनों की संख्या में लोग शामिल थे.
इन लोगों ने समस्या के समाधान नहीं होने व केंद्र के नहीं हटाने की स्थिति में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
किसानों ने निकाला प्रतिवाद मार्च, जलायी बजट की प्रति
पटना सिटी . अखिल भारतीय किसान महासभा व जल्ला किसान संघर्ष समिति की ओर से किसानों ने रविवार को जेपी चौक चौकशिकारपुर नाला पर से प्रतिवाद मार्च निकाला. मार्च शहीद भगत सिंह चौक पर पहुंचा. इसके बाद मार्च में शामिल लोगों ने केंद्रीय बजट की प्रति जलायी. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे महासभा के प्रांतीय उपाध्यक्ष शंभुनाथ मेहता, समिति के अध्यक्ष मनोहर लाल व उपाध्यक्ष रंजन प्रसाद ने कहा कि केंद्रीय बजट किसान व मजदूर विरोधी है. बजट में यह नहीं बताया गया कि किसानों की आय 2022 तक दोगुनी कैसे होगी.
स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के आलोक में फसल लागत का दाम डेढ़ गुना कैसे किसानों को मिलेगा. डीजल व पेट्रोल के दाम बढ़ा कर महंगाई को बढ़ाया गया है. किसान सम्मान योजना में बटाईदार व पट्टेदार किसानों को शामिल करें. आंदोलन में अर्जुन जायसवाल, जगन्नाथ मेहता, मंटू, रवींद्र प्रसाद, श्रवण मेहता, सुनील कुमार, कृष्ण कुमार, पंकज यादव, मनोज, आत्माराम, गौरीशंकर, राम प्रसाद, अविनाश मुकेश आदि शामिल थे.