पटना : डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि इस साल अत्यधिक गर्मी, लू और दिमागी बुखार (एइएस) से मरने वाले बच्चों-बुजुर्गों की बढ़ती संख्या प्राकृतिक आपदा के रूप में सामने आयी है. इसके सामने जीवन बचाने के मानवीय प्रयास भी कम पड़ गये हैं. इस परिस्थिति में सरकार ने पीड़ितों की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी.
यह दुखद है कि दिमागी बुखार की सटीक वजह अमेरिकी डॉक्टरों की टीम भी नहीं खोज पायी है, जिससे बच्चों का इलाज चुनौतीपूर्ण बना हुआ है. गर्मी-लू और एइएस से मरने वालों के परिवार को चार-चार लाख रुपये देने का फैसला पीड़ितों का दुख बांटने की हमारी विनम्र कोशिश है. वहीं, एक ट्वीट में मोदी ने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कि 1990 के दशक में करसेवकों पर गोली चलवा कर मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश में जैसा दमन चक्र चलाया था.
श्रीराम का जयघोष रोकने की कोशिश में लोगों को जेल पहुंचाया था. वही स्थिति ममता बनर्जी ने आज पश्चिम बंगाल में पैदा कर दी है. वे टीएमसी कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी, शासन में भ्रष्टाचार, चिटफंड घोटाला, बढ़ती बेरोजगारी और लोकसभा चुनाव के झटके से ध्यान हटाने के लिए हिंसा की राजनीति पर उतर आयी हैं.