बाढ़ में युवक के डूबने पर लोगों ने निकाला गुस्सा
बाढ़ : बुधवार को स्थानीय अलखनाथ घाट पर गंगा नदी में एक युवक के डूबने पर लोगों ने जम कर उपद्रव किया. लोगों का आक्रोश इसलिए भड़का कि घटना की खबर देने पर भी प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की. इससे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. लोगों का आक्र ोश इस कदर भड़का कि उन्होंने दो घंटे पर एनएच-31 पर जम कर हंगामा व तोड़-फोड़ किया. लोगों ने एनएच को टायर जला कर जाम कर दिया. मौके पर पुलिस पहुंची तो लोगों का आक्रोश देख कर भाग गयी.
जानकारी के अनुसार सुबह में स्थानीय अलखनाथ घाट पर अगवानपुर गांव निवासी छोटू कुमार (18 वर्ष) स्नान के दौरान गंगा नदी में डूब गया. वह इंटर का छात्र था. वह अपने कुछ मित्रों के साथ अलखनाथ घाट पर गंगा नदी में स्नान करने आया था. स्नान के दौरान वह गंगा नदी में बह गया. सूचना मिलते ही दर्जनों की संख्या में परिजन अलखनाथ घाट पहुंचे और प्रशासन से उसकी खोज में सहयोग करने का आग्रह करते रहे. इसके बाद भी प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने पर लोग आक्रोशित हो गये. तभी बाढ़ पुलिस जाल और मछुआरे को लेकर घाट पर पहुंची.
कार्रवाई में देर होने को लेकर पुलिस और ग्रामीणों के बीच तू- तू, मैं-मैं होने लगी. इसी बीच बाढ़ थाने के एक पुलिस पदाधिकारी ने पीड़ित परिजनों से र्दुव्यवहार किया, जिससे आक्रोशित होकर कुछ युवक एनएच पर आ गये और सुबह साढ़े नौ बजे से लेकर साढ़े ग्यारह बजे तक हंगामा कर कोहराम मचा दिया.
उद्रवियों ने रेलवे के वाहन को रोक कर उसका शीशा तोड़ डाला और ड्राइवर को भी पीटा. इस पर भी उपद्रवी नहीं माने और उन्होंने वाहन में आग लगाने का प्रयास किया. स्थानीय भुवनेश्वरी चौक के पास उपद्रवियों ने बाढ़ पुलिस खिलाफ नारे लगाते हुए वहां से गुजरनेवाले वाहनों पर हमला कर उसे क्षति पहुंचाना शुरू कर दिया. इस दौरान करीब दर्जन भर वाहनों के शीशे फोड़ते हुए उनके टायर पंर कर दिये गये और चालक की पिटाई की गयी.
ऑटो पर सवार यात्रियों की पिटाई कर उन्हें उतार कर ऑटो को पलट दिया और उसकी सीट को उखाड़ कर आग के हवाले कर दिया. इससे वहां अफरा-तफरी मच गयी. लोग इधर- उधर भागने लगे. एनएच पर आवागमन को उपद्रवियों ने पूरी तरह ठप करते हुए चौक के पास टायर जला कर आगजनी की गयी. जिसने भी इसका विरोध करने करने का साहस किया उसे लाठी-डंडे पीट दिया गया.
बाढ़ पुलिस पर भारी पड़े उपद्रवी : लगभग एक घंटे के बाद पुलिस की जीप आयी, जिस पर उपद्रवियों ने लाठ- डंडे से हमला कर दिया. संख्या बल में मात्र पांच-छह पुलिसवालों ने उपद्रवियों के आक्रोश को देख कर उलटे पांव लौटने में ही अपनी भलाई समझी. घटनास्थल से पुलिसवाले भाग खड़े हुए और उपद्रवी मनमानी करते रहे. स्थानीय लोग थाने को मोबाइल पर फोन करते नजर आये, लेकिन किसी ने इसकी सुधि नहीं ली. हालत बेकाबू होते देख किसी ने एसडीएम को सूचना दी.
सूचना मिलते ही एसडीएम डॉ निलेश देवरे घटनास्थल पर अपने अंगरक्षक को साथ पहुंचे और खुद डंडे लेकर उपद्रवियों को खदेड़ना शुरू कर दिया. एसडीएम को डंडे लेकर आते देख उपद्रवी भाग खड़े हुए. मात्र दो मिनट में रास्ता साफ हो गया. एसडीएम बाढ़ पुलिस के रवैये से काफी नाराज दिखे. एसडीएम ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा कि उपद्रवियों की पहचान कर उन पर मामला दर्ज करने का आदेश दिया.
इधर, बाद में प्रशासन ने घंटों मशक्कत के बाद उक्त युवक का शव को गंगा नदी से निकाला और पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया.