पटना : जदयू ने बिहार में लोकसभा की 16 सीटें जीतने के साथ ही अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी शानदार प्रदर्शन किया है. इस चुनाव में जदयू ने 14 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें सात को जीत मिली. इसके साथ ही 60 सदस्यीय अरुणाचल प्रदेश विधानसभा में भाजपा के बाद जदयू दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गयी है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने अरुणाचल की जनता को धन्यवाद दिया है.
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अफाक अहमद खान और प्रदेश प्रभारी संजय वर्मा ने बताया कि पार्टी ने इस बार 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करने का फैसला लिया था. लेकिन, अंतिम समय में 14 उम्मीदवार ही अपना नामांकन का पर्चा दाखिल कर पाये. इनमें से सात को जीत हासिल हुई है.
जदयू को राज्य की जिन सीटों पर जीत हासिल हुई है, उनमें इटानगर, मरियांग, कलाकतांग, ताली, बोम्डिला, रूमगोंग व चयांग ताजू शामिल हैं. इटानगर से तेची कासो, रूमगोंग से तालेम तबोह, कलाकतांग से रूपा दोरजी वांगी, मरियांग गेकु से कंगोंग ताकु, चयांग ताजू से हायेंग मानग्फी, ताली से जिक्के ताको व बोम्डिला से दोंगरु सिंओग्जू ने जीत हासिल की है.
उत्तर-पूर्व में नगालैंड के बाद अरुणाचल में जदयू का परचम: त्यागी
जदयू के प्रधान महासचिव व प्रवक्ता केसी त्यागी ने गुरुवार को कहा कि बिहार के बाहर नगालैंड के बाद अरुणाचल प्रदेश दूसरा राज्य है, जहां जदयू ने अपना परचम लहराया है. वहीं पिछले साल नगालैंड विधानसभा चुनाव में भी पार्टी ने एक सीट पर विजय हासिल की थी और चार उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे थे.
ऐसे में नगालैंड और अब अरुणाचल में मिली जीत से स्पष्ट है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू ने सामाजिक न्याय और विकास को बल देकर उत्तर-पूर्व में भी विस्तार किया है. त्यागी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बननी तय है. भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को लगातार समर्थन जारी रखने के लिए जदयू प्रतिबद्ध है.