पटना : भागलपुर में इंटर की छात्रा पर एसिड अटैक की घटना की बिहार महिला समाज और ऐपवा ने कड़ी निंदा की है. साथ ही पटना के बुद्धा कॉलोनी में अपार्टमेंट से दसवीं की छात्रा की मौत के मामले में निष्पक्ष और सही तरीके से जांच की मांग की है. इसको लेकर दोनों संगठनों की ओर से एक बयान जारी कर महिलाओं पर हो रही हिंसा को रोकने और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की की मांग की गयी है. संगठनों ने एसिड की बिक्री पर सख्त प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
पीड़ित परिवार को तुरंत मुआवजा मिले बिहार महिला समाज की कार्यकारी अध्यक्ष निवेदिता झा ने मांग की है कि एसिड अटैक जैसे मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट के तहत सुनवाई होनी चाहिए.
पीड़ित परिवार को तुरंत मुआवजा देते हुए एसिड प्रभावित बच्ची का बेहतर इलाज और इलाज का सारा खर्च सरकार वहन करे. उन्होंने कहा कि बिहार महिला समाज एसिड बिक्री पर सख्त प्रतिबंध लगाने और वर्मा कमेटी की सिफारिशों को लागू करने की मांग करता है. वहीं, ऐपवा की सेंट्रल कमेटी की सदस्य मधु ने कहा कि इस तरह की घटनाओं के लिए सरकार जवाबदेह है. महिला संगठनों द्वारा एसिड पर प्रतिबंध की मांग के बावजूद उस पर कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा है. इन मामलों पर तुरंत कार्रवाई नहीं हुई तो तमाम महिला संगठन से जुड़ी महिलाएं सड़कों पर उतर आंदोलन करने को बाध्य होंगी.
एसिड अटैक करने वाले दोषियों के लिए कोई क्षमादान नहीं : राजद : युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता व मीडिया प्रभारी अरुण कुमार यादव ने बनारस के एक हॉस्पिटल में इलाजरत जिंदगी और मौत से जूझ रही भागलपुर की एसिड अटैक पीड़िता की शीघ्र स्वास्थ लाभ की कामना करते हुए कहा कि इस तरह की दिल दहलाने वाला बर्बर और ह्रदयहीन आपराधिक घटनाओं की जितनी भी निंदा किया जाये वो कम है. राजद नेता ने कहा कि इस तरह के अपराध करने वालों के लिए कोई क्षमादान नहीं होनी चाहिए. दोषियों को फांसी की सजा दे देनी चाहिए.