पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने तेजस्वी यादव को चुनौती देते हुए रविवार को कहा है कि खुली बहस की इच्छा हो तो बेनामी संपत्ति और भ्रष्टाचार पर बहस के लिए सामने आएं. वे आरक्षण का चूल्हा जलाकर वोट की रोटी सेंकना बंद करें.
वे 15 हजार करोड़ रुपये का घोटाला करके गरीबों की बात कैसे कर सकते हैं? यदि वे आरक्षण के हिमायती हैं तो पार्टी के महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी किसी दलित को क्यों नहीं देते? सिंह ने कहा है कि तेजस्वी की पार्टी राजद ने किस वीकर सेक्शन के लिए काम किया है? जब डिप्टी सीएम बनना था तो तेजस्वी बने, जब विपक्ष का नेता बनना था तो वे ही बने, जब परिषद में विपक्ष का नेता बनना था तो उनकी मां राबड़ी देवी बनीं, जब पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना था तो उनके पिता लालू प्रसाद बने.
तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए संजय सिंह ने उनसे पूछा है कि उनके परिवार और रिश्तेदार में कुल कितने लोग राजनीति में हैं? जिसके घर में नये सदस्य का आगमन होते ही चुनावी सीट की बुकिंग शुरू हो जाती है, वह परिवारवाद पर छाती पीट रहा है. जिस दल में लोकतंत्र नहीं, वहां परिवारवाद ही चलता है.