पटना : पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार के बाद प्रबंधन के साथ बातचीत के बाद काम पर लौटने की सहमति बन गयी है. बताया जाता है कि दो बजे से जूनियर डॉक्टर काम पर लौट आयेंगे.
जानकारी के मुताबिक, सोमवार को दोपहर में पीएमसीएच के अधीक्षक राजीव रंजन प्रसाद से जूनियर डॉक्टरों की हुई वार्ता के बाद काम पर लौटने की सहमति बन गयी है. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ शंकर भारती ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों की तैनाती को लेकर अल्टीमेटम दिया गया है. अगर 48 घंटों से 72 घंटों के बीच सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के संबंध में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाता है, तो उसके आगे की रणनीति तय की जायेगी. वहीं, उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी अभी बिहार से बाहर हैं. बिहार लौटने पर उनसे भी हमलोग पीएमसीएच में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती को लेकर मिलेंगे.
मालूम हो कि पीएमसीएच में रविवार की देर रात जूनियर डॉक्टर और मरीज के परिजनों बीच हाथापाई की घटना के बाद सभी जूनियर डाक्टरों ने काम बंद कर दिया था. घटना के संबंध में बताया जाता है कि रविवार की देर रात करंट से झुलसे 26 वर्षीय शाकिब को लेकर उनके परिजन इलाज के लिए पीएमसीएच पहुंचे. युवक को इमरजेंसी में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान इमरजेंसी में जूनियर डॉक्टरों से परिजनों ने पहले गाली-गलौज की, फिर हाथापाई शुरू कर दी. इस घटना के बाद जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद कर इमरजेंसी सेवा को पूरी तरह ठप कर दिया. इससे अस्पताल प्रशासन के बीच हड़कंप मच गया. परिजनों का आरोप है कि बिना भर्ती किये ही उसे मृत घोषित कर दिया गया. इसके बाद मरीज के परिजन आक्रोशित हो गये.
वहीं, जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर शंकर भारती ने बताया कि डॉक्टरों के साथ बेवजह मारपीट की गयी. अस्पताल प्रशासन को मामले में गंभीरता दिखाते हुए कार्रवाई करनी चाहिए. वहीं, पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, जल्द ही मामले का निबटारा कर लिया जायेगा.