पटना : प्राइवेट स्कूलों खासकर सीबीएसइ स्कूलों ने अभी तक आरटीइ के तहत हुए एडमिशन की जानकारी शिक्षा विभाग को नहीं दी है. हालांकि अनौपचारिक तौर पर स्कूलों का कहना है कि परीक्षा में व्यस्त होने की वजह से एेसा हुआ है. इधर सीबीएसइ बोर्ड भी परीक्षाओं में व्यस्त है. ऐसे में शिक्षा विभाग सख्ती से एडमिशन कराने की बजाय उसकी तिथि बढ़ाने की कवायद में लगा हुआ है. डीइओ कार्यालय के मुताबिक स्कूलों को जानकारी देने की अंतिम तिथि बढ़ायी जायेगी.
पिछले साल आरटीइ के तहत 3037 बच्चे पंजीबद्ध : आधिकारिक जानकारी के मुताबिक अभी तक जिला शिक्षा कार्यालय के पास आरटीइ के तहत हुए प्रवेशों की जानकारी नहीं है. इधर, शासन 6569 रुपये प्रति सीट के हिसाब से आरटीइ के तहत एडमिशन लेने वाले स्कूलों की रणनीति बना चुका है.
इसी के लिए उसने डीइओ से जानकारी चाही है, ताकि उसके लिए बजट जारी किया जा सके. गौरतलब है कि पिछले साल आरटीइ के तहत 3037 बच्चे पंजीबद्ध हुए थे. इनमें 2625 विद्यार्थियों को ही लाभ मिल सका था. सीबीएसइ स्कूलों की जानकारी जुटाने में भी जिला शिक्षा कार्यालय असफल रहा है. कुल निजी विद्यालय 593 हैं, पर सीबीएसइ स्कूलों की संख्या पर संशय है.