पटना: नगर निगम क्षेत्र में मॉनसून के दौरान जलजमाव की समस्या न हो, इसे लेकर अप्रैल के पहले सप्ताह से नाला उड़ाही का काम शुरू किया गया. लेकिन, अब तक सिर्फ 70 प्रतिशत नालों की ही उड़ाही हो पायी है.
स्थायी समिति की बैठक में मंगलवार को मेयर अफजल इमाम ने निगम प्रशासन से नाला उड़ाही से संबंधित रिपोर्ट मांगी, तो किसी कार्यपालक पदाधिकारी ने लिखित रिपोर्ट पेश नहीं किया. इस पर मेयर ने कहा कि बैठक हो रहा है या मजाक है. इस पर कार्यपालक पदाधिकारियों ने गोल-मोल जवाब देते हुए कहा कि 70 से 80 प्रतिशत नाला की उड़ाही हो गयी है. बाकरगंज व आनंदपुरी नाले का काम बचा है, जिन्हें 10 दिनों में काम पूरा कर लिया जायेगा.
सफाई उपकरणों की हो खरीद
नगर आयुक्त कुलदीप नारायण ने बैरिया स्थित डंपिंग यार्ड में धर्म कांटा लगाने से संबंधित प्रस्ताव पेश किया, तो मेयर ने कहा कि सफाई को लेकर खरीदे जानेवाले उपकरणों की खरीदारी नहीं हुई है और धर्म कांटा लगाने की बात शुरू कर दिया. निगम प्रशासन को निर्देश देते हुए मेयर ने कहा कि एक माह के अंदर सफाई उपकरण जैसे ट्रैक्टर, पॉकलेन, हाइवा व डस्टबीन खरीदने से संबंधित टेंडर निकाले और प्रत्येक कूड़ा प्वाइंट पर डस्टबीन की व्यवस्था सुनिश्चित करें.
साथ ही कहा कि मारूफगंज व अजिमाबाद में जलजमाव की आशंका है, इसका वजह नाला पर अतिक्रमण है. इस अतिक्रमण को शीघ्र हटा कर नाला उड़ाही का काम शुरू कराएं. वहीं, कुम्हरार में कच्च नाला बनाने के साथ नंद नगर कॉलोनी में जलापूर्ति की समस्या थी. इसे शीघ्र दूर करने का आदेश दिया गया. बैठक में डिप्टी मेयर रूप नारायण मेहता, स्थायी समिति सदस्य जय नारायण शर्मा, आभा लता, विनोद कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी शशांक शेखर सिन्हा, अनिल कुमार, अपर नगर आयुक्त राधा मोहन प्रसाद आदि मौजूद थे.