सोशल मीडिया पर अपील से मिला खून, डॉक्टर ब्लड का कर रहे थे इंतजार पटना : सोशल मीडिया केवल मनोरंजन ही नहीं बल्कि किसी की जान बचाने का माध्यम भी बन सकता है. ऐसा ही एक मामला पीएमसीएच में सामने आया है. दो दिनों की अपील के बाद बुधवार को वाट्सअप व फेसबुक के जरिये […]
सोशल मीडिया पर अपील से मिला खून, डॉक्टर ब्लड का कर रहे थे इंतजार
पटना : सोशल मीडिया केवल मनोरंजन ही नहीं बल्कि किसी की जान बचाने का माध्यम भी बन सकता है. ऐसा ही एक मामला पीएमसीएच में सामने आया है.
दो दिनों की अपील के बाद बुधवार को वाट्सअप व फेसबुक के जरिये एक महिला मरीज को ऑपरेशन के लिए ब्लड मुहैया हो सका है. महिला का नाम बिंदा देवी (42) है और वह दिल्ली की रहने वाली है. यहां बता दें कि बिंदा देवी का रविवार को सीमांचल एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना में उनका बाया पैर कट गया. जिनके पैर की सर्जरी को ए निगेटिव तीन यूनिट ब्लड की जरूरत थी.
खून के लिए ब्लड बैंकों का चक्कर लगा रहे थे परिजन : ए निगेटिव ब्लड के लिए परिजनों ने पीएमसीएच, जय प्रभा, एनएमसीएच आदि कई ब्लड बैंकों का चक्कर लगाया. लेकिन, संबंधित ग्रुप का ब्लड नहीं मिला. इसके बाद परिजनों ने समाजसेवी मुकेश हेसारिया से संपर्क किया. मुकेश ने ए निगेटिव ब्लड की मांग वाट्सअप व फेसबुक पर की. सोशल मीडिया के माध्यम से दो दिन के बाद पटना सिटी के रहने वाले राहुल शर्मा और अमन कुमार पीएमसीएच पहुंचे और अपना ब्लड डोनेट किया. ए निगेटिव ब्लड मिलने के बाद गुरुवार को महिला के पैर की सर्जरी कर दी जायेगी.
50 हजार लोगों में एक में ए निगेटिव ब्लड
भारत की आबादी का 40 प्रतिशत हिस्सा ओ पॉजिटिव ब्लड ग्रुप वालों का है. वहीं, सबसे कम लोगों के बीच एबी निगेटिव ब्लड ग्रुप पाया जाता है.
इसके बाद ए निगेटिव का नंबर आता है, जो सबसे कम लोगों में ही मिलता है. 50 हजार लोगों में एक लोग में ए निगेटिव ब्लड पाया जाता है. वहीं, अस्पताल में ए निगेटिव ब्लड की कमी का सबसे बड़ा कारण रक्तदान की कमी है. अगर लोग रक्तदान करें, तो सभी तरह के खून मिल सकते हैं.
डॉ देवेंद्र प्रसाद, क्लीनिकल पैथोलॉजी विभाग, पीएमसीएच