पटना : जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा है कि यदि पार्टी टिकट दे तो वे लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं. उनकी पहली प्राथमिकता बांका सीट है. साथ ही उनकी प्राथमिकता में वैशाली, आरा, काराकाट और औरंगाबाद सीट शामिल है. इसके अलावा रिजर्व सीट छोड़कर उन्हें पार्टी जहां से लड़वायेगी, वे लड़ेंगे. उन्होंने सवर्ण आरक्षण में आय की अधिकतम सीमा आठ से बढ़ाकर 12 लाख सालाना व जमीन की सीमा पांच से बढ़ाकर आठ एकड़ करने, 10 लाख रुपये सालाना की आय को करमुक्त करने की मांग की. साथ ही रेलवे के निजीकरण का विरोध किया. वे शनिवार को पटना के श्रीकृष्ण चेतना परिषद् में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
नरेंद्र सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव लड़ने की सोच रहे हैं, लड़ना चाहते हैं, लेकिन व्याकुल और व्यग्र नहीं हैं. उन्होंने कहा कि जीएसटी की प्रक्रिया को जटिल कर दिया गया है. ऐसे में आयकर की प्रक्रिया को सरल बनाना चाहिए. आयकर की सीमा बढ़ाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि 10 लाख रुपये तक की आय कर मुक्त होनी चाहिए. 10 से 25 लाख रुपये तक की आय पर पांच फीसदी, 25 से 50 लाख रुपये तक की आय पर 10 फीसदी, 50 लाख से एक करोड़ रुपये की आय पर 20 फीसदी और पांच करोड़ रुपये से अधिक की आय पर 30 फीसदी की दर से टैक्स लगना चाहिए. ऐसा होने पर कम आय वाले कर चोरी नहीं करेंगे और कालाधन की समस्या का समाधान हो सकेगा.
रेलवे के निजीकरण का विरोध
केंद्र सरकार द्वारा रेलवे के निजीकरण का विरोध करते हुए नरेंद्र सिंह ने कहा कि कई स्टेशनों पर टिकट काउंटरों को निजी एजेंसियों को दे दिया गया है. धीरे-धीरे रेलवे का सबकुछ निजी एजेंसिंयों को सौंपने की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा कि वे हिंद मजदूर सभा के प्रदेश अध्यक्ष हैं और उनकी ट्रेड यूनियन इसका विरोध करती है. साथ ही अन्य ट्रेड यूनियनों और आमलोगों के साथ मिलकर वे विरोध में आंदोलन करेंगे.
महापुरुषों के समारोहों के लिए समिति गठित
उन्होंने बताया कि देश के महापुरुषों के समारोहों के लिए राष्ट्रीय महापुरुष स्मृति आयोजन समिति का गठन किया गया है. वे इसके संयोजक हैं. यह समिति शनिवार को महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि मना रही है. साथ ही 16 फरवरी को श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में महाराणा प्रताप व भामा शाह की याद में समारोह का आयोजन होगा. इसे लेकर रविवार को समिति की बैठक होगी. इसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी शामिल हो सकते हैं. आने वाले समय में उनकी समिति ढाला सरदार, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद सहित अन्य महापुरुषों का समारोह मनाकर उन्हें सामूहिक मंच पर लाने की कोशिश होगी.