पटना: राज्यसभा उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों की हार के बाद जदयू के बागी विधायकों ने शुक्रवार को ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू के आवास पर बैठक की. बैठक में 19 बागी विधायकों के साथ-साथ दोनों निर्दलीय प्रत्याशी साबिर अली और अनिल शर्मा भी मौजूद थे.
बैठक में विधानसभा सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति बनी. साथ ही अपनी लड़ाई जारी रखने और इसे किसी व्यक्ति विशेष पर केंद्रित नहीं करने पर भी सहमति बनी. इस लड़ाई को पूरे बिहार में चलाने के साथ-साथ सदन में आवाज उठाने को लेकर भी बागी विधायकों ने रणनीति बनायी. अब 27 जून को जदयू के बागी विधायक पूनम देवी के आवास पर बैठक करेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे. जदयू के निलंबित विधायक रवींद्र राय ने बताया कि पार्टी विक्षुब्ध विधायकों ने पूनम देवी, मदन सहनी, सुरेश चंचल और उन्हें सामूहिक बयान जारी करने के लिए अधिकृत किया है.
बीजेपी से रणनीति बना कर लड़ेंगे चुनाव : जदयू के बागी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा कि दस सीटों पर होनेवाले विधानसभा उपचुनाव और दो सीटों पर विधान परिषद के चुनाव में भाजपा के साथ मिल कर प्रत्याशी को मैदान में उतारा जायेगा. इससे पहले विधानसभा में सत्र के दौरान भाजपा के साथ मिल कर हम लोग सरकार को घेरेंगे. इसके बाद पूरे बिहार में सरकार के खिलाफ प्रचार-प्रसार करेंगे. जदयू सरकार ने किस प्रकार राजद के साथ तालमेल कर लिया है और फिर से जंगल राज के रास्ते पर बिहार आ गया है. ज्ञानू ने कहा कि बिहार की जनता ने जदयू सरकार को लालू प्रसाद व जंगल राज के खिलाफ वोट किया था. ऐसे में राजद का साथ ले कर पूरे बिहार की जनता का अपमान किया गया है.
मास्टर पीस हैं नीतीश : साबिर अली
साबिर अली ने पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर षड्यंत्र का मास्टर पीस होने का आरोप लगाया है. उन्होंने लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने जो आरोप लगाये हैं, उसे साबित करके दिखाएं. सीबीआइ जांच करने की बात कर रहे हैं, लेकिन खुद जांच के लिए तैयार हो जायें. उन्होंने लालू प्रसाद से जानना चाहा है कि चार घंटे में ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने अपना फैसला बदल लिया.