पटना : पीएमसीएच के प्रसूति विभाग से 31 दिसंबर, 2013 को गायब पिंकी देवी के नवजात के समस्तीपुर जिले में होने की सूचना है. इस आधार पर पीरबहोर पुलिस समस्तीपुर जिले के हलई ओपी के इनवारा गांव पहुंची. साथ में नवजात के नाना सोहारत पासवान (राजापुर) व चाचा शत्रुघ्न पासवान भी थे.
सभी हलई ओपी प्रभारी अभिषेक अंजन के साथ इनवारा गांव में एक महिला के पास गये, जिसके पास एक छह माह का नवजात था, लेकिन महिला ने बच्चे को झारखंड की एक आदिवासी महिला से लेने की जानकारी दी. महिला ने लोगों को बताया कि उसने नवजात को उसी आदिवासी महिला से पैसे देकर लिया था. वह कभी पटना गयी ही नहीं. इसके बाद पटना पुलिस नवजात के परिजनों के साथ रविवार की देर रात वापस लौट गयी. नवजात के चाचा श्रवण पासवान ने हलई ओपी पुलिस पर कार्रवाई करने में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है.
हलई ओपी प्रभारी अभिषेक अंजन ने बताया कि पटना पुलिस की टीम के साथ नवजात के परिजन वहां आये थे. वे खुद ही इनवारा गांव में उस महिला के पास गये, जिसके पास बच्च था, लेकिन उस महिला ने झारखंड से बच्चे को लाने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उन लोगों के पास ऐसा एक भी सबूत या साक्ष्य नहीं था, जिससे यह कहा जा सके कि उक्त बच्च सोहारत पासवान का ही नाती है.
निराशा में बदल गयी आशा : समस्तीपुर के इनवारा में नवजात के होने की सूचना पर पिंकी देवी के दिल में एक आशा जगी थी, लेकिन बिना नवजात के आने की सूचना उसके परिजनों ने फोन से दी, तो उसकी आशा निराशा में बदल गयी. विदित हो कि पीएमसीएच के प्रसूति रूम से पिंकी देवी के नवजात को एक अज्ञात महिला ने गायब कर दिया था. जिस समय घटना हुई थी, उस समय पिंकी लेबर रूम में थी और नवजात नानी पानपति देवी के पास था. पानपति देवी एक अज्ञात महिला को नवजात को देकर लेबर रूम में परचा लाने गयी और वापस लौटी, तो नवजात और महिला गायब थी. पिंकी देवी को 30 दिसंबर की देर रात पीएमसीएच के प्रसूति विभाग में एडमिट कराया गया था. नवजात के नाना व नानी मैनपुरा में अनिल राय के मकान में किराये पर रहते हैं. सोहारत रिक्शा चालक है और बेटा विजय पासवान गैस वेंडर का काम करता है. वे मूल रूप से समस्तीपुर के इनवास के निवासी हैं.