पटना : पटना पुलिस लाइन में हुई हिंसा के बाद शनिवार को कैंपस में तनावपूर्ण शांति है. पुलिस लाइन के सभी गेटों पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गयी है. बिना पहचान जाने किसी की भी इंट्री पर रोक लगायी गयी है.
दिन भर यह प्रक्रिया चलती रही. नाम, पता व तलाशी के बाद लोगों को अंदर जाने दिया गया. इसके अलावा अंदर मौजूद पुलिसकर्मियों में भी कार्रवाई को लेकर दहशत बनी हुई है. वहीं एसएसपी मनु महाराज, सिटी एसपी सेंट्रल अमरकेश डी, डीएसपी समेत अन्य पदाधिकारी सीसीटीवी फुटेज खंगालते रहे. फुटेज के आधार पर उपद्रवी वर्दीधारियों की सूची तैयार की जा रही है. खबर है कि उपद्रवी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी चल रही है. इस मामले में कानूनी और विभागीय दोनों तरह की कार्रवाई की जायेगी.
चार पर एफआईआर, 100 नामजद, 500 अज्ञात आरोपित : बुद्धा कॉलाेनी थाने में चार एफअाईआर दर्ज करायी गयी हैं, एक डीएसपी लाइन मोहम्मद मसलेहुद्दीन ने करायी है, जबकि दूसरी एफआईआर बुद्धा कॉलोनी थाना के प्रभारी मनोज मोहन की तरफ से करायी गयी है. तीसरी एफआईआर पीरबहोर थानाध्यक्ष गुलाम सरवर और चौथी एफआईआर राहगीर सुनील कुमार के बयान के आधार पर दर्ज की गयी है.
इस मामलों में करीब 100 लोग नामजद किये गये हैं, जबकि 500 से अधिक अज्ञात पर केस हुआ. इनकी पहचान की जा रही है. मारपीट, हत्या का प्रयास, तोड़फोड़, सरकारी कार्य में बाधा समेत अन्य आराेपों में मामला दर्ज किया गया है. अब आरोपित वर्दीधारियों की गिरफ्तारी की रणनीति बनायी जा रही है. खास कर नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जायेगा.
आईजी कर रहे मामले की जांच, मंगलवार को भेजेंगे रिपोर्ट
दरअसल इस मामले की जांच पटना जोन के आईजी नय्यैर हसनैन खान कर रहे हैं. मंगलवार को आईजी पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट करेंगे. सूत्रों कि मानें, तो पटना पुलिस लाइन में मौजूद प्रशिक्षु 1500 पुलिसकर्मियों में से 1000 को नाथनगर ट्रेनिंग सेंटर भेजने की तैयारी है.
वहीं अन्य को जिले के अन्य बीएमपी मुख्यालय में ट्रेनिंग के लिए भेजा जायेगा. इसके आलावा इस बात की जांच हो रही है कि शुक्रवार की घटना को हवा किसने दी. पुलिस पदाधिकारियाें को शक है कि यह बवाल जानबूझ कर कराया गया है. इस बारे में जानकारी जुटायी जा रही है. सबूत मिला, तो कड़ी कार्रवाई होगी. मीडियाकर्मियाें से भी फुटेज मांगा गया है.