पटना सिटी: वार्ड नंबर 72 के आधा दर्जन से अधिक मुहल्लों में डायरिया का कहर थम नहीं रहा है. तीन मरीज बुधवार को भी इलाज के लिए लाये गये. पीड़ित मरीजों को उपचार के लिए अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, नुरपूर में भरती कराया गया है.
अब तक बीमारी से पीड़ित 45 मरीजों का उपचार किया गया है. एसडीओ त्याग राजन एसएम ने बताया कि प्रशासन की ओर से हर संभव सहायता व सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है. रिमांड होम की एक और संवासिन को दोबारा उपचार के लिए भेजा गया है.
इन मरीजों का हुआ उपचार : मंगलवार की शाम शरीफागंज निवासी दिनेश प्रसाद के तीन वर्षीय पुत्र सतीश कुमार को उपचार के लिए लाया गया. बुधवार को शरीफागंज, नया टोला निवासी विजय साह की 30 वर्षीया पत्नी गंगा देवी व नुरपूर की 32 वर्षीया सरयुग शर्मा की पत्नी रिंकू देवी को अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, नुरपूर में उपचार के लिए लाया गया. चिकित्सकों के साथ डॉ विनय कुमार सिंह, बीके साहू, शीला कुमारी व सविता कुमारी ने केंद्र में ही मरीजों का उपचार किया गया. इधर, राजकीय उत्तर रक्षा महिला सुधार गृह की संवासिन नि:शक्त तारा को उपचार के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया था. मानसिक रूप से कमजोर गूंगी को वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है. गूंगी को मंगलवार को उपचार के लिए लाया गया था.
पटना सिटी के 57 घरों की जांच में डायरिया के दो केस मिले : पटना सिटी के वार्ड नंबर 72 में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सरोज सिंह और महामारी नियंत्रक प्रशांत कुमार पहुंचे. टीम पीएचसी सदर के अलावा गुरु गोविंद सिंह अस्पताल पहुंची. टीम द्वारा 57 घरों की जांच की गयी. इस दौरान डायरिया से पीड़ित दो केस मिले हैं. जबकि गुरु गोविंद अस्पताल में तीन मरीज भरती हुए हैं. सीएस ने ऐसे जगहों पर पूरी तरह से साफ -सफाई का निर्देश दिया है.