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पटना : चावल खींचने वाले सिक्कों से ठगी के शिकार हो रहे लोग
सुबोध कुमार नन्दन जादुई सिक्के के खोटे खेल में फंस रहे हैं निवेशक पटना : कहीं आप भी राइस पुलर क्वाइन से ठगी का शिकार तो नहीं हुए हैं. दरअसल, कुछ लोग चावल के दाने अपनी ओर खींचने वाली धातु का बाकायदा बाजार बनाकर घोटाला कर रहे हैं. लोग इस धातु में जादुई शक्ति होने […]
सुबोध कुमार नन्दन
जादुई सिक्के के खोटे खेल में फंस रहे हैं निवेशक
पटना : कहीं आप भी राइस पुलर क्वाइन से ठगी का शिकार तो नहीं हुए हैं. दरअसल, कुछ लोग चावल के दाने अपनी ओर खींचने वाली धातु का बाकायदा बाजार बनाकर घोटाला कर रहे हैं. लोग इस धातु में जादुई शक्ति होने की बात करके लोगों को फंसा रहे हैं और उनसे इसमें निवेश करने को कह रहे हैं. इसके चक्कर में लोग अपनी गाढ़ी कमाई लुटा रहे हैं. इसके जरिये फर्जीवाड़ा इतना बढ़ गया है कि बात रिजर्व बैंक तक पहुंची चुकी है.
रिजर्व बैंक ने निवेशकों को इससे दूर रहने को कहा है. आरबीआई ने चेतावनी जारी की कि लोग ‘चावल के दाने को आकर्षित करने वाली धातु का बाजार बनाकर किये जा रहे घोटाले’ के झांसे में ना आएं. आलम यह है कि बिहार में भी इसकी गहरी पैठ हो चुकी है.जानकारी के अनुसार हर इलाके में कुछ ऐसे लोग हैं, जो इस क्वाइन के खरीद-फरोख्त से माध्यम से लाखों रुपये गंवा चुके हैं.
ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर बेचे जा रहे हैं सिक्के
ई-कॉमर्स की कई वेबसाइटों पर भी ये सिक्के बेचे जा रहे हैं, जहां इसकी कीमत एक लाख रुपये तक बतायी जा रही है. अनोखे सिक्के की चाह रखनेवाले पूरे विश्व में फैले हुए हैं. यही वजह है कि इंटरनेट पर इसके लिए जम कर बोली भी लगायी जा रही है. लोग इसमें 50-50 लाख रुपये तक निवेश कर रहे हैं.
ठगी करनेवाले लोगों के हौसले इतने बढ़ गये हैं कि सरकारी आदेश बता करलोगों से निवेश करवा रहे हैं. रिजर्व बैंक ने इसे पूरी तरह निराधार बताया है और इस तरह के फर्जीवाड़ा पर स्थानीय पुलिस को सूचना देने की सलाह दी है.
ठगी के शिकार दूसरे को बनाते
हैं निशाना : राइस पुलर सिक्के के नाम पर लाखों लुटा चुके लोग दूसरे-तीसरे को ठग कर अपना डूबा हुआ पैसे निकालने का प्रयास करते हैं. इस तरह यह एक चेन का रूप धारण कर लेता है. जालसाज पहले लोगों से दोस्ती करता है उसके बाद उसे जादुई सिक्के के बारे में बताता है.
राइस पुलर
कॉपर और इरिडियम से बने सिक्के में जादुई शक्ति होने की बात लोगों को बतायी जाती है. जालसाज इस सिक्के से चावल को उबाल देता है.
उसके बाद उसमें लोहे का बुरादा डाल दिया जाता है. कॉपर और इरिडियम से बने सिक्के को जब चावल में डाला जाता है, तो चावल के दाने सिक्के में चिपके जाते हैं. लेकिन, 24 घंटों के अंदर नकली राइस पुलर की रासायनिक क्षमता खत्म हो जाती है. राजधानी के राजेश सिंह नकली राइस पुलर सिक्के में लाखों रुपये का नुकसान उठा चुके हैं.
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