पटना: मणिपुर पुलिस की एक टीम सोमवार की देर शाम पटना पहुंची और जक्कनपुर इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की. छापेमारी अभियान में जक्कनपुर पुलिस सहयोगी की भूमिका में थी. मणिपुर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि जक्कनपुर थाना क्षेत्र में मणिपुर के उग्रवादी संगठन के दो सदस्य छिपे हैं.
हालांकि छापेमारी के बाद गिरफ्तारी नहीं हो पायी थी. सूत्रों का कहना है कि मणिपुर पुलिस मीना पांडेय व बिंदु लामा को खोजने के लिए पहुंची थी.
11 दिसंबर को पकड़ाने के बाद नाम आया था सामने
11 दिसंबर को दो मणिपुर के प्रतिबंधित संगठन पीपुल्स रिवॉल्यूशनरी पार्टी ऑफ कंगलक्ष्पाक (प्रोग्रेसिव) के दो हार्डकोर सदस्य थाउदम खम्बा उर्फ सुरेश उर्फ नेगेनथोई उर्फ इनुंगनंगवा (मणिपुर) व सानासेम रवि सिंह उर्फ सूरज (मणिपुर)के पकड़े जाने के बाद इन दोनों का नाम सामने आया था. इनके पास से बरामद दो कैश डिपोजिट स्लिप में से एक कैश डिपोजिट स्लिप मीना पांडेय के एकाउंट संख्या 013100013069018 में जमा किये गये पैसों का है. जानकारी के अनुसार दूसरा कैश डिपोजिट स्लिप बिंदु लामा के खाता संख्या 0107010020138 में जमा किये गये पैसों का था, लेकिन ये दोनों कौन थे. इसका रहस्य उस समय नहीं खुल पाया था.
छह नवंबर को भी पकड़े गये थे मणिपुरी उग्रवादी
मणिपुर में सक्रिय पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के एरिया कमांडर साइरेन इबुंगो उर्फ बोबो उर्फ सेनथोई सिंह को जक्कनपुर पुलिस ने छह नवंबर को मीठापुर बस स्टैंड से पकड़ा था. इनके पास से आठ कैम्योफ्लैग कॉम्बेट शर्ट व पैंट और नक्सली संगठन से जुड़े कुछ दस्तावेज भी बरामद किये गये हैं. वह 29 अगस्त को इस्ट इंफाल के पोरमोतक थाना क्षेत्र में लाफू -पोकपी नंगमैथिंग पहाड़ पर पुलिस से हुए मुठभेड़ में शामिल था. इस दौरान इसके ग्रुप का एक साथी पुलिस के हाथों मारा गया था,लेकिन यह किसी तरह से वहां से निकल भागने में सफल रहा. काफी चर्चित होने कारण इसने मणिपुर को छोड़ दिया और जक्कनपुर के मीठापुर बस स्टैंड में एक किराये का मकान लेकर रहने लगा. गिरफ्तार नक्सली के पीछे मणिपुर पुलिस के साथ ही एनआइए की टीम भी लगी थी. वह इस्ट इंफाल में कई नक्सली वारदातों को अंजाम देने का आरोपी रहा है.