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पार्टी नेताओं पर दूसरे दिन भी बरसे तेज प्रताप, कहा, लोग मिलने को धूप में खड़े रहते हैं, लेकिन अंदर कोई संदेश नहीं पहुंचाता
बड़े भाई का बयान संगठन को मजबूत करने वाला : तेजस्वी पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने रविवार को भी पार्टी के नेताओं के तौर-तरीकों पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने दो टूक कहा कि घर और पार्टी दफ्तर के बाहर लोग मिलने के लिए […]
बड़े भाई का बयान संगठन को मजबूत करने वाला : तेजस्वी
पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने रविवार को भी पार्टी के नेताओं के तौर-तरीकों पर नाराजगी जाहिर की.
उन्होंने दो टूक कहा कि घर और पार्टी दफ्तर के बाहर लोग मिलने के लिए धूप में खड़े रहते हैं, लेकिन इसका संदेश कोई अंदर तक नहीं पहुंचाता. सीनियर लीडर केवल चेहरा चमका रहे हैं. हालांकि, डैमेज कंट्रोल की लालू परिवार और पार्टी की कवायद के बाद शाम होते-होते तेज प्रताप नरम पड़े.
उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे को अपना अभिभावक माना. साथ ही सोमवार को पिता के बर्थडे का केक भाई तेजस्वी व पूर्वे के साथ काटने का एलान किया. उधर जिस राजेंद्र पासवान के लिए तेज प्रताप ने पूर्वे पर निशाना साधा था, उन्होंने यह बात सिरे से खारिज कर दी कि विवाद का कारण वह हैं.
तेज प्रताप ने रविवार की दोपहर मीडिया से कहा, तेजस्वी मेरा अर्जुन है और आजीवन रहेगा. जब तक उसे राजगद्दी पर बैठा नहीं देता, चैन से नहीं बैठूंगा. पार्टी में जो चल रहा है, मैं उस गतिविधि को नहीं देखना चाहता हूं.
पार्टी के कुछ लोग षड्यंत्र रच रहे हैं. छात्र राजद को जब से मैंने संभाला है, तब से लोग मेरे और भी पीछे पड़ गये हैं. घर की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि यहां और पार्टी दफ्तर के बाहर लोग मिलने के लिए धूप में खड़े रहते हैं, लेकिन कोई उनका संदेश अंदर तक नहीं पहुंचाता. उनको अंदर भेजने के लिए खुद मुझे ही बोलना पड़ता है.
तेज प्रताप ने दो टूक कहा कि मैं पिता और तेजस्वी का नाम नहीं लेना चाहता हूं, लेकिन पार्टी में सीनियर लीडर अपना चेहरा चमकाते हैं. लेकिन काम तो युवा ही करते हैं, वही पसीना बहाते हैं. इधर लालू प्रसाद के जन्मदिन की पूर्व संध्या पर आयोजित युवा राजद के रक्तदान शिविर में पार्टी के महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष आभा लता को छोड़कर किसी भी बड़े पदाधिकारी, पूर्व मंत्री या विधायक ने रक्तदान नहीं किया.
पहले कहा-पूर्वे एससी नेताओं को नहीं देते तवज्जो, बाद में बोले-वे मेरे अभिभावक राजेंद्र पासवान को मुद्दा बनाते हुए तेज प्रताप राजद प्रदेश अध्यक्ष डाॅ रामचंद्र पूर्वे को पार्टी से बाहर कराने पर आमादा थे, लेकिन लालू प्रसाद के हस्तक्षेप के बाद वह नरम पड़ गये.
रविवार को दिन में तेज प्रताप ने राजेंद्र पासवान का नाम लेते हुए कहा कि एक दलित हमसे जुड़ना चाहता था, लेकिन पूर्वे अनुसूचित जाति के नेताओं-युवाओं को तरजीह नहीं देते. एमएलसी बनने के बाद वह खराब व्यवहार कर रहे हैं.
लेकिन, रात को तेज प्रताप ने ट्वीट किया, ‘‘गरीबों के मसीहा लालू प्रसाद जी का जन्मदिन कल सुबह 11 बजे प्रदेश अध्यक्ष हमारे अभिभावक एवं मार्गदर्शक रामचंद्र पूर्वे जी के साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आवास पर केक काट कर धूमधाम से मनायेंगे.’’ इसी के साथ पूर्वे को विवाद से छुटकारा व अभयदान मिल गया. हालांकि, दोपहर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने पूर्वे पर कार्रवाई करने से यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि राजेंद्र पासवान को तीन दिन पहले ही राजद का प्रदेश महासचिव नियुक्त कर दिया गया है.
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