Advertisement
पुलिस मेमोरियल में दिखेगा बिहार पुलिस का इतिहास
राज्य पुलिस से जुड़ी कई विशिष्ट और ऐतिहासिक वस्तुएं रखी जायेंगी पटना : देश में पुलिस का इतिहास करीब 157 साल पुराना है और करीब इतना ही पुराना बिहार की पुलिस का भी इतिहास है. पुलिस और पुलिसिंग के इस इतिहास को सजेहने के लिए नयी दिल्ली में एक राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल तैयार किया जा […]
राज्य पुलिस से जुड़ी कई विशिष्ट और ऐतिहासिक वस्तुएं रखी जायेंगी
पटना : देश में पुलिस का इतिहास करीब 157 साल पुराना है और करीब इतना ही पुराना बिहार की पुलिस का भी इतिहास है. पुलिस और पुलिसिंग के इस इतिहास को सजेहने के लिए नयी दिल्ली में एक राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल तैयार किया जा रहा है. यह देश का अपनी तरह का पहला पुलिस मेमोरियल होगा. इसमें बिहार पुलिस के इतिहास की उल्लेखनीय प्रस्तुति की रहेगी.
आजादी के पहले और बाद के पुलिस तंत्र के उतार-चढ़ाव की विस्तृत झलक यहां दिखेगी. बिहार पुलिस से जुड़ी तमाम उल्लेखनीय बातें और खासियतें यहां प्रदर्शित होंगी. इन तमाम उल्लेखनीय वस्तुओं को संगृहीत करने और इनका पता लगाने के लिए भी सभी जिलों को कहा गया है. जहां जो भी उल्लेखनीय वस्तुएं मौजूद हैं, उन्हें संगृहीत करके इन्हें नयी दिल्ली भेजा जायेगा. इस काम के लिए स्पेशल ब्रांच के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार को नोडल अधिकारी बनाया गया है. बिहार पुलिस के चौकीदार या दफादारों की ड्रेस कभी लाल पगड़ी और सफेद रंग की फूल बांह की सफारी होती थी. इसी तरह सचिवालय में तैनात आदेशपालक और गेट ड्यूटी करने वाले सिपाहियों की ड्रेस भी लाल टोपी और सफेद ड्रेस हुआ करती थी.
इस तरह से पुलिस के अलग-अलग पदों के लिए लागू किये गये ड्रेस कोड की पूरी कहानी और समय के साथ इसमें कैसे-कैसे बदलाव आये, झलक वहां देखने को मिलेगी. इसके अलावा बक्सर सेंट्रल जेल में फांसी की रस्सी तैयार होती है, इस तरह की अन्य खास वस्तुएं भी संगृहीत करके यहां से भेजी जानी हैं.
शराबबंदी कानून की जानकारी भी रहेगी
इसके अलावा राज्य में पुलिस कानून या यहां किसी खास मसले या मुद्दे मसलन शराबबंदी, दहेज प्रथा समेत तैयार किये गये ऐसे अन्य विशिष्ट कानूनों की विस्तृत जानकारी भी इस मेमोरियल में रहेगी, ताकि अन्य लोगों को भी ऐसे इकलौते या अद्वितीय कानून की जानकारी मिल सके. राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल में मुख्य रूप से कुछ पहलुओं को फोकस करके विशिष्ट वस्तुओं को जमा करके भेजने की तैयारी है.
इस तरह की विषय वस्तु पर होगा फोकस
राज्य की पहली महिला पुलिस अधिकारी और उल्लेखनीय योगदान देने वाली महिला अधिकारी के बारे में भी जानकारी दी जायेगी.
पुराने जमाने के वायरलेस से लेकर नये जमाने के आधुनिक उपकरण तक. अगर कोई ऐतिहासिक रेडियो या वायरलेस प्रणाली के उपकरण मौजूद हो, तो उसका भी प्रदर्शन होगा.
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अब तक पुलिसकर्मियों को मिले मेडल या अन्य कोई विशेष पुरस्कार और इनकी वीरगाथा
प्रचलन में रही खास किस्म की पगड़ी या तुरा
पुलिस संगठन की उल्लेखनीय बातें या ऐतिहासिक पहलू
पुलिस का डंडा या हाथों में रखी जाने वाली छड़ी का बदलता स्वरूप
बेल्ट, ड्रेस या किसी समय चलने वाली किसी विशेष किस्म की वर्दी
भारतीय पुलिस कानून की राज्य प्रति और इसमें किये गये संशोधन
पुलिस से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों की फोटोग्राफी
घुड़सवार दस्ते या श्वान दस्ते से जुड़ी विशेष किस्म की फोटो और रोचक कहानियां
अगर पुलिस पर कोई खास फिल्म तैयार की गयी हो, तो वह भी भेजी जायेगी
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement