पटना : मॉनसून के दौरान निगम क्षेत्र में जलजमाव की समस्या नहीं बने, इसको लेकर निगम प्रशासन ने अंचल स्तर पर एक अप्रैल से नाला उड़ाही का काम शुरू कर दिया है. नाला उड़ाही कार्य में लगे मजदूरों को सुरक्षा उपकरण जैसे ऑक्सीजन गैस सिलिंडर, मास्क, हैंड कवर और जूते आदि उपलब्ध कराना है. सुरक्षा […]
पटना : मॉनसून के दौरान निगम क्षेत्र में जलजमाव की समस्या नहीं बने, इसको लेकर निगम प्रशासन ने अंचल स्तर पर एक अप्रैल से नाला उड़ाही का काम शुरू कर दिया है. नाला उड़ाही कार्य में लगे मजदूरों को सुरक्षा उपकरण जैसे ऑक्सीजन गैस सिलिंडर, मास्क, हैंड कवर और जूते आदि उपलब्ध कराना है.
सुरक्षा उपकरणों की खरीदारी को लेकर चारों अंचल कार्यालयों को राशि भी आवंटित कर दी गयी है. अधिकारियों की मानें, तो सुरक्षा उपकरणों की खरीदारी कर ली गयी है और सफाई पर्यवेक्षकों को मुहैया करा दी गयी है. लेकिन, हकीकत यह है कि 15 दिन बीत जाने के बावजूद बिना सुरक्षा उपकरणों के मजदूर बड़े-बड़े मैनहोलों में प्रवेश कर उड़ाही कार्य कर रहे हैं, जिससे अप्रिय घटना हो सकती है.
नहीं शुरू हो सकी मशीनों से नाला उड़ाही : निगम क्षेत्र के खुले और बड़े भूगर्भ नालों की उड़ाही को लेकर बड़ी-छोटी मशीनों को भाड़े पर लेने की योजना तैयार की गयी, ताकि खुले नालों के साथ-साथ गर्दनीबाग, मीठापुर, नाला रोड, कदमकुआं, राजेंद्र नगर, बोरिंग रोड आदि इलाकों के भूगर्भ नालों की बेहतर सफाई की जा सके. सिर्फ मजदूरों के माध्यम से नाला उड़ाही कार्य किया जा रहा है. अब 27 अप्रैल से संभावना है कि बड़े नालों की उड़ाही मशीन से शुरू की जाये.