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उर्दू टीईटी अभ्यर्थियों का उग्र प्रदर्शन पुलिस ने लाठीचार्ज कर खदेड़ा
कारगिल चौक पर दो घंटे तक यातायात रहा अस्त-व्यस्त पटना : रिजल्ट जारी नहीं होने से नाराज उर्दू टीईटी ग्रेस पास उम्मीदवारों ने बुधवार को कारगिल चौक पर उग्र प्रदर्शन किया. वे यहां रैली के रूप में पहुंचे. रैली गांधी मैदान के साइंस कॉलेज से राजभवन तक निकाली गयी थी. प्रदर्शनकारियों को समझाने और शांत […]
कारगिल चौक पर दो घंटे तक यातायात रहा अस्त-व्यस्त
पटना : रिजल्ट जारी नहीं होने से नाराज उर्दू टीईटी ग्रेस पास उम्मीदवारों ने बुधवार को कारगिल चौक पर उग्र प्रदर्शन किया. वे यहां रैली के रूप में पहुंचे. रैली गांधी मैदान के साइंस कॉलेज से राजभवन तक निकाली गयी थी. प्रदर्शनकारियों को समझाने और शांत करने पहुंची पुलिस ने जुलूस को आगे बढ़ने से रोक दिया. पुलिस अफसरों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया. इसके बाद उग्र भीड़ और पुलिस के बीच हाथा-पाई हो गयी.
नोक-झोंक के बाद अभ्यर्थियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया. इसमें कई प्रदर्शनकारी बुरी तरह घायल हो गये हैं. कुछ लहूलुहान भी हुए हैं. लाठीचार्च के बाद भीड़ और अधिक उग्र हो गयी. धरना में शामिल अभ्यर्थियाें के गंभीर रूप से घायल होने के बाद उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया.
उग्र प्रदर्शन और लाठीचार्ज के घटनाक्रम के दौरान दो घंटे तक कारगिल चौक पर ट्रैफिक अस्त-व्यस्त हो गयी.छह मार्च को जारी आदेश के बाद भी नहीं हो सकी है बहाली : उन्होंने बताया कि इस मामले में बोर्ड की ओर से हाईकोर्ट के जनरल एडवोकेट से भी ओपिनियन मंगवा लिया गया है. इसके बाद विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने बीते छह मार्च को शिक्षा विभाग को लीगल ओपेनियन को देखते हुए रिजल्ट जारी करने का आदेश दिया है. बावजूद इसके अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.
कई अभ्यर्थियों की उम्र सीमा भी खत्म हो रही है. इससे नाराज अभ्यर्थियों द्वारा मार्च निकाला गया, पर पुलिस द्वारा लाठियां बरसासी गयी है. वे गंभीर रूप से घायल हो गये हैं. सरकार शिक्षा विरोधी नीतियों के लिए काम कर रही है. एक तरफ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बहाल करने की बात कही रही हैं, वहीं, दूसरी ओर शिक्षकों के पदों पर बहाली करने के बजाय उन पर लाठियां बरसा रही है.
2013 से ही जारी हैं आंदोलन
रैली की अध्यक्षता कर रहे उर्दू टीईटी ग्रेस पास संघ के प्रदेश अध्यक्ष मुफ्ती हसन रजा अहमदी ने बताया कि वर्ष 2013 में उर्दू बांग्ला स्पेशल टीईटी परीक्षा ली गयी थी.
इसके बाद रिवाइज रिजल्ट जारी की गयी थी और उन अभ्यर्थियों से आवेदन लिया गया था. मेरिट लिस्ट में नहीं आने के बाद करीब 12 हजार अभ्यर्थियों को फेल कर दिया गया. इससे बात से नाराज अभ्यर्थियों द्वारा लगातार धरना और आंदोलन किया जा रहा है. सरकार द्वारा केवल उन्हें आश्वासन दिया जाने से नाखुश अभ्यर्थियों द्वारा रिजल्ट जारी कर बहाल करने की मांगों को लेकर महारैली निकाली गयी.
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