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बिहार : पुलिस के पास नहीं है स्केच बनाने वाला कोई एक्सपर्ट, कैसे पकड़ें अपराधी

पटना : पटना पुलिस के पास अपना कोई स्केच बनाने वाला एक्सपर्ट नहीं है. अपराध की घटना होने के बाद घटनास्थल पर लोगाें से पूछताछ कर अपराधियों का स्केच बनाने के लिए पुलिस को छात्रों के सहारे रहना पड़ता है. पटना पुलिस के पास अपना स्केच बनाने वाला एक्सपर्ट नहीं होने के कारण अपराधियों की […]

पटना : पटना पुलिस के पास अपना कोई स्केच बनाने वाला एक्सपर्ट नहीं है. अपराध की घटना होने के बाद घटनास्थल पर लोगाें से पूछताछ कर अपराधियों का स्केच बनाने के लिए पुलिस को छात्रों के सहारे रहना पड़ता है.
पटना पुलिस के पास अपना स्केच बनाने वाला एक्सपर्ट नहीं होने के कारण अपराधियों की सही तस्वीर सामने नहीं आती है. अनुभवहीन छात्रों द्वारा बनाये गये स्केच से अपराधियों की पहचान करना काफी मुश्किल है. क्योंकि इससे चेहरा स्पष्ट नहीं होता है, क्योंकि इसे बनाने वाले छात्र खुद ही अभी पढ़ाई कर रहे होते हैं. जबकि स्केच बनाने वाले के पास कई साल का एक्सपीरियेंस होना चाहिए. यही कारण है कि स्केच के आधार पर कभी भी पुलिस अपराधियों को नहीं पकड़ पाती है. स्केच से मिलते-जुलते चेहरे वाले लोगों को भी पुलिस पकड़ लेती है और बाद में संलिप्तता सामने नहीं आती है.
कई बड़ी घटनाओं में जारी किये गये स्केच, नहीं मिली सफलता
बेलछी में पीएनबी के कैश वैन से अपराधियों ने 60 लाख रुपये लूट लिये थे. इस दौरान तीन लोगों की गोली मार कर हत्या भी कर दी थी. पुलिस को अपराधियों के संबंध में कोई जानकारी हाथ नहीं लगी, तो कैश वैन में सवार अन्य लोगों व स्थानीय लोगों से पूछताछ कर स्केच बनवाया गया. लेकिन इस स्केच से पुलिस को कोई विशेष फायदा नहीं मिला.
बल्कि अनुसंधान के अन्य तरीकों से पुलिस ने इस केस को सुलझाया.धनरूआ के नीमा इलाके में इलाहाबाद बैंक के 45 लाख रुपये के लूट मामले में भी पुलिस ने तीन अपराधियों का स्केच बनवाया था. लेकिन स्केच से पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी. हालांकि पुलिस ने इस मामले में भी शामिल अपराधियों को अन्य तरीकों से पकड़ने में सफलता पायी.
रामकृष्णा नगर इलाके से पांच वर्षीय सौरव कुमार का अपहरणकर्ताओं ने अपहरण कर लिया. पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद सौरव को बरामद तो कर लिया, लेकिन इस मामले में शामिल अपहरणकर्ता अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है. पुलिस ने इस घटना में भी शामिल अपहरणकर्ताओं का स्केच बनवाया और जारी किया, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हो पाया.
बाढ़ में पुलिसकर्मी की हत्या कर पिस्टल लूट के मामले में भी पटना पुलिस ने स्केच जारी किया था, लेकिन स्केच से पुलिस
को सफलता हाथ नहीं लगी. इसमें भी पुलिस ने स्केच इसलिए जारी किया था, ताकि अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित हो सके.
मुंबई 26/11 हमले के बाद
स्केच से मिली थी सफलता
मुंबई में 26/11 हमले के बाद चार संदिग्धों की पुलिस को जानकारी मिली थी. इसमें अब्दुल करीम, नूर अली इलाही, मुजफ्फर आलम की पहचान की गयी थी और एक की पहचान नहीं हो पायी थी और उसका स्केच जारी किया गया था. उस स्केच के माध्यम से ही यह जानकारी मिली थी कि वह वालिद जिन्नाह था. यह स्केच मुंबई के एक्सपर्ट से बनवाया गया था. जिसने हू-ब-हू तस्वीर बना दी थी.

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