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बिहार : सर्द मौसम में पुलिस हो जाती है सुस्त, लुटेरे-डकैत बरपाते हैं घरों में कहर
पटना : सावधान! सर्दी का मौसम है. सिर्फ ठंड और बीमारियां ही नहीं बल्कि लुटेरे और डकैतों की भी बुरी नजर है आप पर. घने कोहरे और ठंड की वजह से लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं. पुलिस की गश्ती सुस्ती की चादर में लिपट गयी है. इन परिस्थितियों में अपराधी गैंग ठंड का […]
पटना : सावधान! सर्दी का मौसम है. सिर्फ ठंड और बीमारियां ही नहीं बल्कि लुटेरे और डकैतों की भी बुरी नजर है आप पर. घने कोहरे और ठंड की वजह से लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं. पुलिस की गश्ती सुस्ती की चादर में लिपट गयी है. इन परिस्थितियों में अपराधी गैंग ठंड का फायदा उठा वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.
दरअसल यह सर्द मौसम अपराधियों के लिए मुफीद साबित हो रहे हैं. इसकी कहानी पुलिस विभाग के आंकड़े बता रहे हैं. पिछले चार साल के पुलिस रिकार्ड को खंगालें तो साल के शुरूआती दो महीने (जनवरी-फरवरी) आम लाेगों पर भारी पड़े हैं. लूटेरों और डकैतों ने जमकर कहर बरपाया है. पूरे साल की अपेक्षा इन दो महीनों में लूट और डकैती की सर्वाधिक घटनाएं हो रहीं हैं. यह सूरत पूरे सूबे में है.
सर्द मौसम में पिछले चार सालों में
हुई लूट-डकैती की वारदात
वर्ष महीना लूट डकैती
2014 जनवरी 120 52
2014 फरवरी 127 51
2015 जनवरी 105 35
2015 फरवरी 121 34
2016 जनवरी 129 34
2016 फरवरी 126 33
2017 जनवरी 117 31
2017 फरवरी 112 32
क्या है वजह
सर्द मौसम में घना कोहरा से दूर तक सड़क पर कुछ दिखायी नहीं देता है. इसलिए अपराधी को छुपने में आसानी होती है. वहीं लोग घरों में ठंड की वजह से जल्दी बिस्तर पर जाते हैं और कंबल-रजाई में उन्हें गहरी नींद आ जाती है. इस वजह से खुद से सुरक्षा नहीं कर पाते. पुलिस की गश्ती भी सड़कों से गायब हो जाती है. प्रभात खबर के नाइट रिपोर्टर ने इस बात की पड़ताल भी की थी जिसमें पॉश इलाके में पुलिस पिकेट खाली मिले थे. ऐसे में सुरक्षा की बात बेमानी लगती है.
कैसे करें बचाव
घर के बाहर सिक्युरिटी अलार्म लगाएं जो किसी के घर में जबर्दस्ती घुसने पर बजने लगे व आप संदिग्ध से खुद को सुरक्षित रख सकें.
आगे और पीछे के दोनों दरवाजों पर सिक्याेरिटी लॉक लगाने की जगह डेथ बोल्ट लगवायें. ये तालों की अपेक्षा ज्यादा मजबूत होते हैं
सुरक्षा के लिए घर में कुत्ता रखना एक बेहतरीन आइडिया है. खासकर अगर आप ग्राउंड फ्लोर पर रहते हैं.
बाहरी गैंग भी हो जाते हैं सक्रिय
लूट और डकैती करने वाले कुछ खास गैंग हैं जो पहले से चिह्नित हैं, यह गैंग देश भर में जगह बदल कर घटनाओं को अंजाम देते हैं. जैसे कच्छा-बनियान गैंग, कोढ़ा गैंग, मुंगेर का गैंग, पश्चिमी यूपी, पश्चिम बंगाल का गैंग है जो इस सीजन में काफी सक्रिय हो जाता है. यह लोग ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में धावा बोलते हैं. इनकी सबसे खतरनाक बात यह है कि यह लोग लूट तो करते ही हैं, साथ में परिवारीजनों पर जानलेवा हमला भी करते हैं.
इसके पीछे इनकी मंशा दहशत बनाने की होती है. घटना के अगले दिन लोगों के चोट और भयवहता को देखकर लोग सहम जाते हैं. इसका असर यह होता है कि उसी इलाके में जब वह दूसरी घटना को अंजाम देते हैं तो लोग जगे होने के बावजूद विरोध नहीं करते. पुलिस ने कई बार इस तरह के गैंग को दबोचा भी है कुछ पेशेवर अपराधी जेल से छूटने के बाद जगह बदल कर फिर से वारदात को अंजाम देते हैं.
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