Advertisement
बिहार : कौन सही-कौन गलत, एक लैब की जांच में बताया स्टोन, दूसरे में कुछ भी नहीं
अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट पर सवाल पटना : यदि आप शहर में संचालित हो रहे किसी पैथोलॉजी क्लिनिक में किसी बीमारी की जांच कराने जा रहे हैं, तो सावधान रहें. जांच रिपोर्ट बिल्कुल सही मिलेगी, इसकी गारंटी नहीं है. यह हम नहीं कह रहे, बल्कि एक मरीज की दो अलग-अलग पैथोलॉजी लैब में करायी गयी जांच रिपोर्ट […]
अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट पर सवाल
पटना : यदि आप शहर में संचालित हो रहे किसी पैथोलॉजी क्लिनिक में किसी बीमारी की जांच कराने जा रहे हैं, तो सावधान रहें. जांच रिपोर्ट बिल्कुल सही मिलेगी, इसकी गारंटी नहीं है. यह हम नहीं कह रहे, बल्कि एक मरीज की दो अलग-अलग पैथोलॉजी लैब में करायी गयी जांच रिपोर्ट ने ऐसा संदेह पैदा कर दिया है.
एक में स्टोन दूसरे में निगेटिव : शहर के एग्जीबिशन रोड की रहने वाली 37 वर्षीय नीरज पंसारी को पेट में दर्द की शिकायत थी. डॉक्टर की जांच के बाद उनको अल्ट्रासाउंड जांच की सलाह दी गयी.
वह अपने पति के साथ 26 दिसंबर को राजेंद्र नगर स्थित रेडियोलॉजी सॉल्यूशन एंड रिसर्च सेंटर पर अल्ट्रासाउंड जांच कराने पहुंची. दोपहर 12 बजे उनकी जांच करायी गयी, जहां रिपोर्ट निगेटिव बतायी गयी. लेकिन मरीज को लगातार हो रहे दर्द के बाद उनके पति उसी दिन जगदेव पथ के समीप बेली रोड स्थित जेपी डाग्यनोस्टिक एंड इमेजिंग में जांच कराने ले गये. जहां जांच के बाद उनकी रिपोर्ट में किडनी में 7.3 एमएम का स्टोन बताया गया. दोनों लैब में अलग-अलग रिपोर्ट देख नीरज पंसारी के होश उड़ गये और वह कंफ्यूज हो गयीं. आनन-फानन में वह डॉक्टर के पास गयीं, जहां डॉक्टर ने किडनी में स्टोन की पुष्टि की है.
आती है अलग-अलग रिपोर्ट : शहर में संचालित पैथोलॉजी लैब की रिपोर्ट पर भरोसा करना आसान नहीं है.कई बार एक ही बीमारी की जांच अलग-अलग पैथोलॉजी लैब में कराने पर रिपोर्ट भी अलग-अलग प्राप्त होती है. ऐसे में मरीज के साथ ही डॉक्टर भी नहीं समझ पाते हैं कि आखिर वे कौन सी जांच रिपोर्ट पर भरोसा करें. ऐसे में मरीजों का सही और समय पर इलाज नहीं हो पा रहा है. वहीं एक्सपर्ट की मानें, तो ऐसे लैबों पर स्वास्थ्य विभाग को छापेमारी करनी चाहिए जहां रिपोर्ट गलत है और देखना चाहिए कि वहां टेक्नीशियन व डॉक्टर जांच कर रहे हैं या नहीं.
क्या कहते हैं मरीज : पेट में दर्द के बाद डॉक्टर ने जांच लिखी, पहले मैंने राजेंद्र नगर स्थित रेडियोलॉजी सॉल्यूशन एंड रिसर्च सेंटर में जांच करायी यहां निगेटिव रिपोर्ट बतायी गयी. जबकि उसी दिन जगदेव पथ स्थित जेपी डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग में जांच करायी, तो किडनी में स्टोन मिला.
कर सकते हैं शिकायत: ऐसे मामलों में गर्दनीबाग स्थित सिविल सर्जन कार्यालय में शिकायत कर सकते हैं. मामला सही पाने पर गलत पैथोलॉजी सेंटर का लाइसेंस निलंबित किया जा सकता है. इस मामले में उपभोक्ता न्यायालय में अपील दायर कर सकते हैं. सिविल सर्जन प्रमोद कुमार झा ने बताया कि अल्ट्रासाउंड के जांच रिपोर्ट में अंतर आ सकता है. अगर शंका है तो आईवीपी जांच करायी जा सकती है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
जांच सेंटर जाने से पहले जांच करने वाले की योग्यता देख लेनी चाहिए. रिपोर्ट अलग आती है तो डॉक्टर से सलाह लेकर अागे देखना चाहिए. एक्सपर्ट डॉक्टर मरीज को देख कर ही अनुमान लगा लेते हैं, इसके बाद जांच से बीमारी की पुष्टि कर इलाज करते हैं.
डॉ मनोज कुमार, पेट रोग विशेषज्ञ
रिपोर्ट सही है
अल्ट्रा साउंड में स्टोन दिखता भी है और नहीं भी दिखता है. मरीज को गैस फॉर्म कर रहा है या फिर किडनी में सूजन है, तो भी स्टोन नहीं दिखता है. एक साजिश के तहत हमारे रिपोर्ट को गलत कहा जा रहा है. मरीज को दिया गया रिपोर्ट सही है और उसपर हमें कोई आपत्ति नहीं है.
रेडियोलॉजी सोल्यूशन एंड रिसर्च सेंटर
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement