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बिहार : लालू मामले पर नहीं थम रही सियासत

राजनीति. चारा घोटाले में राजद सुप्रीमो के दोषी करार दिये जाने पर उबाल चारा घोटाले के एक मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पर कोर्ट के फैसले के बाद हर दिन बिहार की राजनीति में उबाल बढ़ता जा रहा है. बुधवार को जहां राजद के वरिष्ठ नेता डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि लालू […]

राजनीति. चारा घोटाले में राजद सुप्रीमो के दोषी करार दिये जाने पर उबाल
चारा घोटाले के एक मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पर कोर्ट के फैसले के बाद हर दिन बिहार की राजनीति में उबाल बढ़ता जा रहा है. बुधवार को जहां राजद के वरिष्ठ नेता डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद को कोर्ट से न्याय नहीं मिल रहा है. वहीं, जदयू के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह ने राजद पर न्यायपालिका के फैसले को कटघरे में खड़ा करने का आरोप लगाया. इधर, राजद नेताओं के बयान पर पूर्व मंत्री नीतीश मिश्र ने भी करारा जवाब दिया है.
न्यायपालिका को भी कटघरे में खड़ा कर रहा राजद : आरसीपी सिंह
पटना : जदयू के सांसद आरसीपी सिंह ने राजद पर न्यायपालिका के फैसले को कटघरे में खड़ा करने का आरोप लगाया है. पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस काॅन्फ्रेंस में उन्होंने राजद पर पलटवार करते हुए कहा कि राजद नेता डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह पढ़े-लिखे नेता हैं. वे अब कहते हैं कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को फंसाने की पटकथा पहले ही लिखी जा चुकी थी.
ऐसे में उनका यह बयान न्यायपालिका को कटघरे में खड़ा करने वाला है. राजद के नेता कभी कहते हैं कि उन्हें न्याय पर भरोसा है और बाद में कहते हैं कि फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में जायेंगे, जहां उन्हें न्याय मिलेगा. जब निचली अदालत ने फैसला दे दिया तो उसमें आपत्ति क्यों है? यह सब न्यायपालिका में दबाव डालने के प्रयास के लिए किया जा रहा है. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के द्वारा लालू प्रसाद के पक्ष में आये बयान पर आरसीपी सिंह ने चुटकी ली. उन्होंने कहा कि उन्हें इस पर कुछ नहीं कहना है और न ही पार्टी की ओर से उन्हें कोई नोटिस दिया जायेगा. जो आदमी पहले से ही सब कुछ तय कर चुका है और स्वत: दल का परित्याग कर चुका है तो उसे नोटिस देकर स्टेशनरी बर्बाद करना है. उन्हें पार्टी में तो कोई बांध कर नहीं रखा है.
27 से प्रखंडों में प्रशिक्षण शिविर : जदयू का 534 प्रखंडों में प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जायेगा. 27-28 जनवरी, तीन-चार फरवरी, 10-11 फरवरी, 17-18 फरवरी और 24-25 फरवरी को यह आयोजित किया जायेगा. इससे पहले छह जनवरी को पटना में विमर्श कार्यक्रम होगा.
राजद न्याय यात्रा निकाल जनता से मांगेगा न्याय : रघुवंश
पटना : राजद संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि चारा घोटाले में जो फैसला आया है उसे लेकर पार्टी जनता के बीच जाकर न्याय मांगेगी. इसके लिए पूरे बिहार में रथ के साथ न्याय यात्रा निकाली जायेगी.
छह जनवरी को दस सर्कुलर रोड आवास में पार्टी के नेताओं की बैठक होगी. इसमें आगे की रणनीति तय होगी. पार्टी कार्यालय में बुधवार को आयोजित प्रेस काॅन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि चारा घोटाले मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ जगन्नाथ मिश्र बरी हो गये, इससे खुशी है. उन्होंने डॉ जगन्नाथ मिश्र द्वारा अप्रैल 2015 व 24 अक्तूबर 2017 के बयान का हवाला देते हुए कहा कि डॉ मिश्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जयगान व कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी व लालू प्रसाद की आलोचना की थी. चारा घोटाले का फैसला आने से पहले ही एनडीए खेमे में खुशी की लहर व मिठाइयां बंटी.
इससे जाहिर होता है कि लालू प्रसाद व उनके परिवार को न्याय नहीं मिल रहा है. भाजपा नेता सुशील मोदी व जदयू प्रवक्ताओं के बयान में होनेवाली कार्रवाई के संबंध में की गयी भविष्यवाणी से पता चलता है कि सीबीआई, ईडी, आईटी व कोर्ट उनलोगों के मुताबिक काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि शिवानंद तिवारी व सरयू राय ने लालू प्रसाद को जेल दिलाने के लिए नहीं सत्ता से हटाने का उपाय किये थे. अब वे अफसोस व्यक्त कर रहे हैं.
रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि कर्नाटक के पूर्व डीजीपी व पशुपालन घोटाला के जांच अधिकारी एपी दुरई ने अपनी पुस्तक ‘परसुट ऑफ लॉ एंड ऑर्डर’ में ‘द सीबीआइ वर्सेज लालू प्रसाद यादव’ अध्याय में लिखा है कि सीबीआई ने अपने द्वारा दायर मुकदमे में लालू प्रसाद व कुछ आईएएस को फंसाने का गंभीर षड्यंत्र किया गया.
जातिवादी जहर फैला रहा राजद, न्यायपालिका का अपमान
पटना : चारा घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ जगन्नाथ मिश्र को कोर्ट से बरी किये जाने के बाद राजद नेताओं के बयान पर पूर्व मंत्री नीतीश मिश्र ने करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि कोर्ट से मिले न्याय पर राजद नेताओं का बयान जातिवाद की राजनीति से प्रेरित है.
फैसले पर अंगुली उठाना कोर्ट का अपमान व अवमाननावाद है. अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मंत्री ने कहा कि पहले लालू प्रसाद व उनके पुत्र तेजस्वी, तेजप्रताप जातिवाद की राजनीति कर रहे हैं. कोर्ट ने तत्कालीन पशुपालन मंत्री विद्यासागर निषाद को बरी किया है. उनके बारे में राजद नेता क्यों नहीं बोल रहे हैं. राजद नेता बार-बार कह रहे हैं कि एक ही तरह का मामला है. अगर यह बात है तो कोर्ट ने डॉ जगन्नाथ मिश्र को दो लाख व लालू प्रसाद को 25 लाख जुर्माना क्यों लगाया था.

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