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बिहार : तुलार्क महाकुंभ का तीसरा शाही स्नान कल, तैयारी पूरी
तैयारी : जिला प्रशासन ने की बैठक, मेले में किसी प्रकार की चूक न हो इसके लिए बनायी गयी रणनीति बीहट : तुलार्क महाकुंभ का तीसरा शाही स्नान आठ नवंबर को होनेवाला है. वहीं, कार्तिक पूर्णिमा पर हुई घटना से सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने तीसरे शाही स्नान के पूर्व अपनी तैयारियों को चुस्त-दुरुस्त […]
तैयारी : जिला प्रशासन ने की बैठक, मेले में किसी प्रकार की चूक न हो इसके लिए बनायी गयी रणनीति
बीहट : तुलार्क महाकुंभ का तीसरा शाही स्नान आठ नवंबर को होनेवाला है. वहीं, कार्तिक पूर्णिमा पर हुई घटना से सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने तीसरे शाही स्नान के पूर्व अपनी तैयारियों को चुस्त-दुरुस्त करने को लेकर सिमरिया धाम स्थित प्रशासकीय भवन में सोमवार को बैठक की.
बैठक में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ कुंभ सेवा समिति और सर्वमंगला आश्रम के प्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक में शाही स्नान के लिए रूटों का निर्धारण, मेले में साफ-सफाई, स्नान घाट की सुरक्षा से लेकर स्नान करने आनेवाली भीड़ को सुरक्षित आने-जाने जैसे कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई. कुंभ सेवा समिति के महासचिव रजनीश कुमार ने शाही स्नान के पूर्व स्नान घाटों तथा मेला क्षेत्र में सर्वत्र पसरे कूड़े-कचरे की सफाई की ओर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि संसाधन के बावजूद धरातल पर काम नहीं हो रहा है.
यहां लगातार सफाई की जरूरत है. इस पर जिला पदाधिकारी ने सदर एसडीओ जनार्दन कुमार, बरौनी बीडीओ ओम राजपूत,सीओ अजय राज तथा पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को पूरी गंभीरता से व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिया.
अधिकारियों ने किया मेला क्षेत्र का निरीक्षण
सोमवार को मेला क्षेत्र के निरीक्षण के दौरान डीएम पूरी रौ में दिखे. मेला क्षेत्र में गंदगी और अतिक्रमण देख कर भड़क गये और अंचलाधिकारी तथा ठेकेदार को सफाई के साथ अतिक्रमण को हटाने का सख्त निर्देश दिया.
देखते-ही-देखते सीढ़ी के समीप अतिक्रमण कर जगह को संकीर्ण कर रखे दुकानदारों ने जगह खाली कर दी. वहीं अधिकारियों ने मेला क्षेत्र स्थित अस्पताल का निरीक्षण किया और उपस्थिति पंजी देखी. उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में कर्तव्य से लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी
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शाही स्नान के लिए लाइसेंस लेने पर हुई जिच
बैठक में एसपी आदित्य कुमार ने गृह सचिव के निर्देश के आलोक में शाही स्नान पर निकलने वाले जुलूस के लिए लाइसेंस लेने की जरूरत पर कुंभ सेवा समिति के पदाधिकारियों और सर्वमंगला के प्रतिनिधियों के साथ काफी देर तक जिच चलती रही. कोई भी इस व्यवस्था पर सहमत नहीं दिखे और यह मामला पूर्व की तरह जुलूस की पूर्ण रुपेण सुरक्षा प्रशासन के जिम्मे रह गयी. वहीं इस बार शाही स्नान करने आने-जाने वाले लोगों के लिए अलग-अलग रास्तों का निर्धारण किया गया है.
स्नान करके लौटने वालों के लिए सीढ़ी घाट की सड़क को मुख्य रास्ता बनाया गया है जो सीधे कुंभ द्वार की ओर निकलेगा.इस रास्ते में पड़ने वाले दोनों सीढ़ी वाले रास्तों को आने-जाने के लिए पूर्णत: बंद कर दिया जायेगा. कोई भी सीढ़ी वाले रास्ते का उपयोग नहीं कर सकेंगे.वहां पुलिस बल के साथ पुलिस पदाधिकारी और दंडाधिकारी तैनात रहेंगे. ऊपरी पुल के समीप किसी वाहन को रुकने या सवारी को उतारने-चढ़ाने नहीं दिया जायेगा.
सड़क के किनारे यत्र-तत्र पार्किंग नहीं करने दी जायेगी. सभी वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्थल पर लगाने की व्यवस्था होगी. वहीं स्नान करनेवाले मेला क्षेत्र के मुख्य सड़क सहित कुंभ ध्वज परिसर के समीप वाले रास्ते से पैदल गंगा तट तक पहुंचेंगे. किसी भी प्रकार के वाहनों को गंगा तट जाने की अनुमति नहीं होगी.
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