अभियान. प्रभात खबर की मुहिम ला रही है रंग, लगातार चल रहा सफाई के लिए अभियान
पटना : प्रभात खबर की ओर से छठ बाद गंगा घाटों की बदहाली पर खबर प्रकाशित करने का असर दिखने लगा है. मंगलवार को काली घाट, कदम घाट से लेकर पटना कॉलेज घाट की सफाई पूरी की गयी.
काली घाट से कचरा उठाव के साथ उसकी धुलाई भी गयी. इसके बाद अब बुधवार को भी नगर निगम ने कई घाटों को साफ किया. मेयर सीता साहू की ओर से संज्ञान लेने के बाद घाटों पर मजदूरों को लगाकर लगातार घाट किये जा रहे हैं. वहीं अभी भी दो तीन घाटों के हालात खराब है. प्रभात खबर ने जिन घाटों पर गंदगी की खबरें की प्रकाशित की थी, बुधवार को एक बार फिर से उन घाटों की पड़ताल की गयी. पेश है रिपोर्ट.
महात्मा गांधी सेतु के नीचे पड़ने वाला गाय घाट पटना सिटी इलाके का सबसे महत्वपूर्ण घाट है. पर्व के अलावा भी यहां प्रतिदिन लोग आते रहते हैं. किसी पर्व विशेष पर अन्य घाटों की अपेक्षा यहां सबसे अधिक भीड़ रहती है. यहां से ही गांधी सेतु के सामानंतर पीपा पुल बनाया जाता है. तीन दिन पहले प्रभात खबर ने इनके बदहाल हालात की पड़ताल की थी. इसके बाद बुधवार को नगर निगम ने इन घाटों पर सफाई का काम शुरू कर दिया है. गंगा की गयी बैरिकेडिंग की हटा दी गयी है. बांस बल्लों को भी हटाने का काम शुरू कर दिया गया है.
महावीर घाट की सफाई भी पूरी कर ली गयी है. घाट पहले से चर्चित व बड़ा होने के कारण लोगों काफी अधिक आते हैं. निगम ने दो दिनों तक इन घाटों की सफाई की गयी है. शिकायत करने के बाद मेयर ने संज्ञान लिया था. गंगा में पानी के तैरते कचरों को भी हटा लिया गया है. बुधवार को घाट चकाचक हो गया था.
गाय घाट के बगल का करनैल गंज घाट है. गाय घाट से लगे होने के कारण वहां भी अधिक भीड़ लगी रहती है. पर्व त्योहार के समय तो यहां भीड़ रहती ही है, अन्य दिनों में भी लोग स्नान आदि करने यहां काफी संख्या में आते हैं. बुधवार को निगम ने इन घाटों की सफाई की. बांस बल्ले को हटाने का काम किया गया. पांच से अधिक मजदूर इन घाटों की सफाई में लगे थे. बुधवार तक घाटों की सफाई पूरी कर दी गयी. कार्तिक पूर्णिमा को गाय घाट के साथ इन घाटों पर भी लोग जा कर स्नान आदि कर सकते हैं.
घाट बदहाली की रिपोर्ट प्रकाशित करने के बाद भी भद्र घाट के हालात खराब है. छठ के दौरान पूरे घाट पर मेयर सीता साहू व उनके पुत्र शिशिर कुमार का बैनर लगा हुआ है, लेकिन छठ के बाद घाट की स्थिति अभी तक कचरा पसरा हुआ है. गंगा के पानी के घाट के पास बदबू भी पसरा हुआ है. मेयर के वार्ड घाट होने के बाद भी सफाई नहीं की जा रही है.