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टीईटी रिजल्ट : असफल अभ्यर्थियों का हंगामा
सुधार कर रिजल्ट देने की कर रहे हैं मांग पटना : बिहार बोर्ड ने पहले अंक बढ़ाने फिर व्हाईटनर के प्रयोग के नाम पर लगभग 11 हजार अभ्यर्थियों का रिजल्ट पेंडिंग कर दिया. जब अभ्यर्थियों द्वारा नाराजगी जाहिर की गयी, तो बोर्ड उन्हें स्क्रूटनी अौर ओएमआर शीट का हवाला देकर झूठा आश्वासन दे रही है. […]
सुधार कर रिजल्ट देने की कर रहे हैं मांग
पटना : बिहार बोर्ड ने पहले अंक बढ़ाने फिर व्हाईटनर के प्रयोग के नाम पर लगभग 11 हजार अभ्यर्थियों का रिजल्ट पेंडिंग कर दिया. जब अभ्यर्थियों द्वारा नाराजगी जाहिर की गयी, तो बोर्ड उन्हें स्क्रूटनी अौर ओएमआर शीट का हवाला देकर झूठा आश्वासन दे रही है. जबकि बोर्ड इसके नाम पर करीब 51 हजार अभ्यर्थियों से लाखों रुपये की कमाई कर चुका है.
कुछ इसी तरह से गुरुवार को टीईटी परीक्षा 2017 के असफल अभ्यर्थियों ने अपना अाक्रोश प्रदर्शित किया. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति कार्यालय के समक्ष करीब पूरे बिहार भर से दो हजार की संख्या में पहुुंचे अभ्यर्थियों ने दोबारा से रिजल्ट जारी करने की मांगों के साथ जम कर हंगामा किया.
समर्थन में पहुंचे पप्पू यादव : अभ्यर्थियों के समर्थन में सांसद पप्पू यादव भी मौके पर पहुंचे और असफल अभ्यर्थियों के रिजल्ट को जारी करने की मांग की.
वहीं, अभ्यर्थियों के समर्थन में आर्ट कॉलेज से प्रदर्शन कर समिति कार्यालय पहुुंचे सांसद पप्पू यादव ने बताया कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है. परीक्षा मजाक बन चुकी है. उन्होंने राज्य सरकार से शिक्षा और परीक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की अपील की.
उग्र अभ्यर्थियों को शांत कराने के लिए समिति के चेयरमैन आनंद किशोर ने अभ्यर्थियों को वार्ता के लिए बुलाया. इसमें अशोक क्रांति समेत कुल पांच प्रतिनिधि अध्यक्ष से वार्ता के लिए पहुंचे. समिति के अध्यक्ष ने अभ्यर्थियों को बताया कि बिना सीएम के आदेश के वह कुछ नहीं कर सकते हैं. बोर्ड के चेयरमैन की असमर्थता को सुनने के बाद प्रतिनिधि मंडल ने सीएम से मिलने का प्लान बनाया.
परीक्षा के नाम पर वसूले जा रहे पैसे : अभ्यर्थियों ने बताया कि परीक्षा के नाम पर 400 और स्क्रूटनी अौर ओएमआर शीट के नाम पर 172 रुपये लिये गये हैं. यह सब बोर्ड अपनी गलती छुपाने के लिए कर रहा है. बोर्ड गलत तरीके से रिजल्ट जारी कर स्क्रूटनी का ढोंग रच रहा है. मिथिलेश कुमार ने बताया कि पेपर वन में बोर्ड द्वारा, 62 अंक दिये गये हैं. वहीं, ओएमआर शीट में 93 अंक मिले हैं. बावजूद बोर्ड द्वारा रिजल्ट को पेंडिंग में डाला गया है.
पास अभ्यर्थियों की बढ़ी परेशानी
वहीं, टीईटी पास अभ्यर्थियों ने बताया कि उनके मार्क्सशीट में नाम, पता, जन्मतिथि व कोटि में कई गलतियां सामने आ रही हैं. इसमें सुधार के लिए वे बोर्ड कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं, पर सुधार हेतु न तो कार्यक्रम चलाया जा रहा है और न ही उन्हें अध्यक्ष से मिलने दिया जा रहा है.
ये हैं प्रमुख मांगें
प्रश्न पत्र में जितने प्रश्न गलत हैं, उतने अंक परीक्षार्थियों के रिजल्ट में जोड़ कर फिर से रिजल्ट जारी करें
ओमएमआर शीट में जिन-जिन प्रश्नों के उत्तर में व्हाईटनर लगे हुए हैं, उनको छोड़ कर बाकी प्रश्नों का मूल्यांकन करते हुए रिजल्ट जारी करें
आंसर की में भी कई प्रश्नों के उत्तर गलत हैं और उसी के आधार पर पूरा रिजल्ट जारी किया गया है, इसलिए उसको सुधार कर फिर से रिजल्ट जारी करें
सामान्य महिलाओं को टीईटी में पांच फीसदी आरक्षण दिया गया है. इसी आधार पर ओबीसी व एससी/एसटी महिलाओं को भी पांच फीसदी आरक्षण दिया जाये
विभाग के पत्रांक-283 दिनांक 28.03.2013 के अनुसार, ओबीसी को 83 अंको पर पास घोषित करें.
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