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बाजार में दोगुने दाम में मिल रहा बालू, परेशान हो रहे लोग
दोबारा खनन में लग सकते हैं महीनों पटना : पटना जिले में बालू खनन बंद होने के बाद अब छोटे कामों के लिए भी लोगों को मुश्किल हो रही है. बालू के बढ़े दाम से परेशान हैं लोग. पटना के 101 घाटों पर जिला प्रशासन की ओर से बालू खनन करनेवाली कंपनी के आवंटन रद्द […]
दोबारा खनन में लग सकते हैं महीनों
पटना : पटना जिले में बालू खनन बंद होने के बाद अब छोटे कामों के लिए भी लोगों को मुश्किल हो रही है. बालू के बढ़े दाम से परेशान हैं लोग. पटना के 101 घाटों पर जिला प्रशासन की ओर से बालू खनन करनेवाली कंपनी के आवंटन रद्द करने के बाद खनन नहीं हो रहा है.
जिले में बालू नहीं रहने से व्यवसायी अब जिले के बाहर से बालू लाकर बाजार में बेच रहे हैं. बाहर से बालू आने के कारण व्यवसायियों ने मनमाना कीमत वसूलना शुरू कर दिया है. फिलहाल जो बालू 3500 से 4000 रुपये की बीच प्रति ट्रैक्टर (लगभग 110 फुट) मिल रहा था. अब उसके लिए 8000 तक वसूला जा रहा है. वहीं, अगर किसी को छोटे काम के लिए एक बैग बालू चाहिए, तो इसका कोई फिक्स रेट नहीं है.
ब्रॉडसन का आवंटन रद्द होने से मामला हो गया पेचीदा : जिले में अभी बालू खनन की शुरुआत होने में महीनों का समय लग सकता है
जिला प्रशासन की ओर से पटना जिले में बालू खनन करनेवाली कंपनी ब्रॉडसन का आवंटन रद्द होने के बाद मामला और पेचीदा हो गया है. कंपनी ने जिला प्रशासन के फैसले को कोर्ट में चुनौती देने के बाद को-स्टेटस लग गया है. फिर भी खनन को लेकर अनिश्चितता बरकरार है. खनन विभाग के सहायक निदेशक मनोज कुमार अंबष्ठ बताते हैं कि पटना जिले में खनन की शुरुआत होने के लिए मामला विभाग से विचाराधीन हैं. अब मामला नीतिगत हो गया है. अगर स्वीकृति मिलती भी है, तो टेंडर करने व फिर पर्यावरण विभाग से एनओसी लेने में दो से तीन माह का समय लग जायेगा.
ईंट के दाम गिरे, लेकिन स्थिर हैं
अन्य मेटेरियल के दाम : बालू बंदी से शहर में कई लोगों के गृहप्रवेश तक का मामला रुका हुआ है. भले ही बालू की किल्लत हो गयी हो, लेकिन ईंट के दाम गिर गये हैं. बीते माह तक जो ईंट 13 हजार प्रति 1500 ईंट की कीमत पर बिक रही थी. अब उसकी वर्तमान कीमत दस हजार तक हो गयी है. वहीं, अन्य बिल्डिंग मटेरियल के दाम, मसलन सीमेंट ए ग्रेड 375 से 380 रुपये व बी ग्रेड के दाम 320 से 330 रुपये तक हैं. सरिया की कीमत 41 00 प्रति क्विंटल बरकरार है.
वर्तमान समय में रियल स्टेट सुस्त चल रहा है. अन्य कई कारणों के साथ बालू का मामला भी एक कारण है. बालू व बिल्डिंग मेटेरियल की कीमत से आम लोगों द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्य पर प्रभाव पड़ रहा है.
भावेश कुमार, अध्यक्ष बिल्डर एसोसिएशन बिहार चैप्टर
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