पटना: फर्जी आइबी अधिकारी बन सुनील कुमार शर्मा ने जेइ (बिजली) राज कमल सुधांशु से चार लाख रुपये की मांग की. जेइ सदाकत आश्रम के समीप स्थित बिजली कार्यालय में पदस्थापित हैं. राज कमल ने शिकायत पुलिस से की. निर्धारित समय में पैसे लेने आये सुनील को सादे ड्रेस में तैनात पुलिसकर्मियों ने गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में अपनी पहचान दवा व्यवसायी के रूप में दी. पता आशु इंक्लेव, आशा गार्डन,जगदेव पथ बताया.
राशि लेना पड़ा महंगा
2 अप्रैल को सुनील ने इलेक्ट्रिक सप्लाइ सेक्शन में जेइ राज कमल सुधांशु से मुलाकात की. नेहरू नगर स्थित निर्माणाधीन अपार्टमेंट में नया कनेक्शन लेने की बात कही. राज कमल ने इसके लिए 75 सौ रुपये सरकारी खर्च की मांग की. सुनील ने 45 सौ रुपये देकर शेष राशि दूसरे दिन देने को कहा. दूसरे दिन सुनील ने ऑफिस पहुंच कर राज कमल से मुलाकात की. बाइक से निर्माणाधीन जगह पर चलने को कहा, लेकिन वे बेली रोड स्थित आइबी कार्यालय पहुंचे. आइबी कार्यालय के नीचे पहुंच कर सुनील ने अपना परिचय आइबी अधिकारी के रूप में दिया. साथ ही मोबाइल पर पैसे लेने के रिकॉर्ड के बारे में बताया. सुनील ने राज कमल से कहा नौ लाख रुपये दो या फिर नौकरी से बरखास्त हो जाओ. राज कमल आइबी का नाम सुनते ही पसीना-पसीना हो गये. उन्होंने कुछ रियायत देने को कहा.
आधे घंटे में तय
आधे घंटा की बातचीत में मामला चार लाख में तय हुआ. राज कमल ने सुनील कुमार को आवास ले जाकर एक लाख रुपये तत्काल दे दिये. बचे हुए पैसे को कुछ दिन बाद देने को कहा. इस दौरान सुनील कुमार ने कई बार फोन कर पैसे की मांग की. रविवार को पैसे नहीं देने पर सजा भुगतने की धमकी दी. राज कमल ने सोमवार को पैसे देने के लिए पीएन मॉल के समीप बुलाया. साथ ही इसकी जानकारी पुलिस को दी. आइबी अधिकारी के मामले को देख कर एसएसपी ने पाटलिपुत्र थानाध्यक्ष आरके दूबे के नेतृत्व में एक टीम गठित की, जो सोमवार को पीएन मॉल के समीप सादे ड्रेस में निगरानी करने लगे. सुनील कुमार शर्मा 11 बजे तीन लाख रुपये लेने पीएन मॉल के समीप बिजली ऑफिस पहुंचा, जहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में वह फर्जी अधिकारी निकला.