45 लाख की लूट. पहले से कर रखी थी सेटिंग, फिल्मी अंदाज में घटना को दिया अंजाम
पटना : इलाहाबाद बैंक के 45 लाख लूटने के मामले में अपराधियों ने पहले से ही पूरी सेटिंग कर रखी थी. अपराधियों ने पूरे फिल्मी अंदाज में इस घटना को अंजाम दिया है. उक्त मसौढ़ी स्थित शाखा से हर दो दिन पर पैसा जाता था और इसकी जानकारी अपराधियों को लग गयी. साथ ही वैसे जगह का चयन किया गया, जो पूरी तरह सुनसान था. जिस तरह से जांच व बयान के बाद बातें सामने आ रही है, उससे यह प्रतीत हो रहा है कि उक्त लूट में पिकअप वैन की भूमिका भी संदिग्ध है, जिस पर पुआल लदा हुआ था.
पिकअप वैन नीमा के पास संकरे रास्ते में धीरे-धीरे चल रही थी. चालक ने कई बार हॉर्न भी दिया, लेकिन उसने गाड़ी नहीं हटाया. इसी बीच सभी अपराधी वहां पहुंच गये और पैसे लूट कर फरार हो गये. इससे फिलहाल यह शक जाहिर होता है कि पुआल लदे पिकअप वैन की मदद से बोलेरो की स्पीड अपराधियों ने कम करायी और फिर घटना को अंजाम दे दिया.
पटना : सूबे में कैश वैन लगातार अपराधियों के निशाने पर हैं. कई जिलों में कैश वैन लूटने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं और लूट का विरोध करने पर गार्ड व अन्य कर्मियों की गोली मार कर हत्या की घटना को अंजाम दिया जा चुका है. वर्ष 2014 के मई में फतुहा में कैश वैन से एक करोड़ की लूट की घटना काफी चर्चा में आयी थी. इस मामले में पुलिस ने 11 अपराधियों को गिरफ्तार किया था और करीब 35 लाख बरामद किये थे.
पूर्व में पकड़े गये अपराधियों के संबंध में की जा रही जांच : फतुहा में हुए एक करोड़ लूटकांड में 11 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई थी और वे सभी 2014 से ही जेल में बंद है. पुलिस अब यह जानकारी लेने में जुटी है कि उन अपराधियों की जमानत हुई है या नहीं? जमानत हो गयी होगी, तो पुलिस का शक फिर से उसी गिरोह पर है.
सूचना मिलने पर धनरूआ पहुंचे एसएसपी मनु महाराज
जिस समय यह घटना हुई, उस समय एसएसपी मनु महाराज अपने कार्यालय कक्ष के बाहर फरियादियों से मिल रहे थे और उनकी समस्याओं को सुन रहे थे. इतने में ही धनरूआ थानाध्यक्ष रोहन कुमार ने उन्हें घटना की जानकारी दी. इसके बाद एसएसपी मनु महाराज तुरंत ही धनरूआ के लिए रवाना हो गये.
पुलिस को नहीं दी थी सूचना : एसएसपी मनु महाराज के अनुसार पुलिस की ओर से यह हमेशा ही जानकारी दी जाती है कि अगर कैश कहीं भी जमा करना है, तो पुलिस को अवश्य सूचित किया जाये. लेकिन ऐसा नहीं होता है. धनरूआ में भी पैसा जमा करने की जानकारी पुलिस को नहीं दी गयी थी.
बेलछी लूटकांड के अपराधी अभी जेल में
बेलछी लूटकांड में पकड़े गये अपराधी अभी जेल में ही है, यह बात स्पष्ट हो चुकी है. इसके अलावा जहानाबाद, गौरीचक में हुए लूट कांड की जोनल आइजी अपने स्तर पर समीक्षा कर रहे हैं. क्योंकि दोनों ही मामले नहीं सुलझे थे. इसके कारण इन केसों में शामिल अपराधियों पर भी शक जा रहा है.
गार्ड को बायें हाथ में लगी गोली
बैंक के कैश वैन में ऑन ड्यूटी गार्ड को गोली लगने के बाद उसे आनन-फानन में पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लगाया गया. जहां इमरजेंसी वार्ड में भरती किया गया है. वार्ड के ट्रॉयज रूम में गार्ड को भरती कर ड्रेसिंग किया गया. सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने बताया कि मरीज के बायें हाथ में गोली लगी है.
कुछ मामले
5 जून, 2017 को जहानाबाद में कैश वैन से एलआईसी के 13 लाख की लूट
20 अप्रैल, 2017 को सारण में कैश वैन से 11 लाख लूट
7 मार्च, 2017 को बोधगया में कैश वैन से 25 लाख की लूट
5 मार्च को बेलछी में पीएनबी बैंक के सामने दो गार्ड व चालक की हत्या कर 60 लाख की लूट
28 फरवरी, 2017 को नालंदा के केनरा बैंक के गार्ड और कैशियर की हत्या कर 40 लाख की लूट
मई, 2016 में मुजफ्फरपुर में कैश वैन से 20 लाख की लूट
2013 में मुजफ्फरपुर में कैश वैन से 31 लाख की लूट
2014 में फतुहा में कैश वैन से एक करोड़ की लूट