पटना : निमोनिया से ग्रस्त बच्चों के लिए राहत भरी खबर है. अब उनको निमोनिया के उपचार के लिए लगने वाले न्यूमोकोकल कानजुगेट (पीसीवी) वैक्सीन के लिए प्राइवेट दुकान या फिर अस्पतालों में नहीं जाना पड़ेगा. यह वैक्सीन सरकारी अस्पतालों में ही मिल जायेगा, वह भी नि:शुल्क. यह कहना है शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ एनके अग्रवाल का.
टीकाकरण अभियान की सफलता को लेकर कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यकारी निदेशक शशि भूषण कुमार व डॉ एनके अग्रवाल ने किया. शशि भूषण कुमार ने कहा कि 19 जुलाई से प्रदेश के 17 जिलों में निमोनिया का टीका बच्चों को नि:शुल्क लगाया जायेगा. पांच साल से कम उम्र वाले बच्चों को टीका लगाया जायेगा.
बिहार में हर साल 18 हजार बच्चों की मौत
सभा को संबोधित करते हुए डॉ एनके अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में सबसे अधिक बच्चों की मौतें निमोनिया से होती हैं. पूरे भारत में दो लाख बच्चों की मौत इस बीमारी से हो जाती है. वहीं बिहार में हर साल 18 हजार बच्चों की मौत निमोनिया से हो जाती है.
पीसीवी नाम के इस टीके से जहां रोग नियंत्रित होगा, वहीं महंगा वैक्सीन नहीं खरीदना पड़ेगा. जबकि निजी अस्पतालों पर इस टीके की कीमत करीब 3801 रुपये है. इस मौके पर एडिशनल डायरेक्टर सह राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ नरेंद्र कुमार सिन्हा सूचना और जनसंपर्क विभाग बिहार के निदेशक विद्याभूषण प्रसाद आदि कई लोग मौजूद थे.