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इंडिगो फ्लाइट गड़बड़ी मामला : न तो नाइट हॉल्ट, न मेंटेनेंस के लिए मिलता है पर्याप्त समय
पटना : पटना एयरपोर्ट पर बुधवार को उड़ने के लिए तैयार खड़े इंडिगो की फ्लाइट को अंतिम समय में आकस्मिक सूचना पर रोकना पड़ा. 30 जून को वहीं रनवे पर इससे भी बड़ा हादसा होते-होते बचा था, जब पूरी गति पकड़ चुके एयरबस में चिनगारी के साथ एकाएक धमाका हुआ था और इमरजेंसी ब्रेक लगाना […]
पटना : पटना एयरपोर्ट पर बुधवार को उड़ने के लिए तैयार खड़े इंडिगो की फ्लाइट को अंतिम समय में आकस्मिक सूचना पर रोकना पड़ा. 30 जून को वहीं रनवे पर इससे भी बड़ा हादसा होते-होते बचा था, जब पूरी गति पकड़ चुके एयरबस में चिनगारी के साथ एकाएक धमाका हुआ था और इमरजेंसी ब्रेक लगाना पड़ा था.
पटना एयरपोर्ट पर 13 दिन के भीतर ऐसी घटना दोबारा होना यहां विमानों के रखरखाव पर सवाल खड़े करता है. कुछ दिनों पहले जब एयर इंडिया को निजी क्षेत्र में हस्तांतरित करने की बात उठी थी, तो इंडिगो एयरलाइंस ने उसे लेने की इच्छा प्रकट की थी. उसके विमानों के साथ ऐसा बार बार होना उसके साख पर भी सवाल खड़े करता है. जो अपने विमानों का रखरखाव ठीक से नहीं कर सकता है वह देश के सबसे बड़े एयरलाइंस का नियंत्रण अपने हाथों में कैसे रख पायेगा.
चेकअप के लिए बस 30 मिनट
पटना एयरपोर्ट पर 30 मिनट का औसतन समय यहां आनेवाली फ्लाइट के मेंटेनेंस के लिए होता है, जिसमें यहां तैनात एयर मेंटेनेंस इंजीनियर केवल जाने वाले विमान की हल्की चेकिंग कर पाते हैं. रखरखाव की सुविधाओं की कमी के बारे में पूछने पर एयरपोर्ट के अधिकारियों ने कहा कि यहां विमानों का नाइट हॉल्ट नहीं होता. समुचित रखरखाव के लिए समय की जरूरत पड़ती है. इसलिए जहां रात्रिकालीन विश्राम की व्यवस्था है, वही मेंटेनेंस विंग रखी जाती है.
नौ बजे दिल्ली के लिए उड़ा खराब विमान
पटना एयरपोर्ट पर बुधवार को तकनीकी खराबी के कारण रनवे से अंतिम समय में वापस बुलाये गये विमान को मरम्मत के बाद गुरुवार की सुबह नौ बजे दिल्ली की नियमित उड़ान पर भेज दिया गया.
इंडिगो की 14 फ्लाइट संचालित होती हैं हर दिन
पटना : से इंडिगो की 14 फ्लाइट हर दिन उड़ती है. उसके अनुरूप यहां उसने अपने स्तर पर मेंटेनेंस की समुचित व्यवस्था नहीं की है. अन्य विमान कंपनियों के विमानों की संख्या कम होने के कारण उनके लिए यहां रखरखाव की पूरी व्यवस्था करना कॉस्ट इफीसिएंट नहीं है.
लेकिन 14 फ्लाइट का संचालन करनेवाली कंपनी की यह जरूरत भी है और ऐसा करने में वह सक्षम भी है. रखरखाव और विमानों के समुचित चेकअप में कमी से ही यह समस्या बार-बार आ रही है. स्थानीय अधिकारियों ने अनौपचारिक रूप से स्वीकार किया कि समय व पूरी व्यवस्था न होने से रखरखाव में समस्या आ रही है.
मामले में इंडिगो का आधिकारिक पक्ष जानने के लिए उसके पीआरओ साक्षी से संपर्क करने का प्रयास किया गया. उन्हें एसएमएस भेज कर कई बार कॉल भी किया गया पर संपर्क नहीं हो सका.
देर से उड़ सके 18 विमान
पटना एयरपोर्ट पर गुरुवार को 18 विमान देर से उड़े या उतरे. हालांकि यह देरी मार्जिनल रही जो अधिकतर मामलों में 10 से 50 मिनट के बीच थी. देरी के कारण कुछ यात्रियों को परेशानी भी हुई, खासकर ऐसे यात्रियों को जिनको कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़ना था.
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