पटना : जदयू के प्रदेश प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि शवानंद तिवारी ने राजनीति से संन्यास लिया है. इसके बाद भी वे बीच-बीच में वैचारिक बातें करते हैं, जो उनका निजी मामला है. उन्होंने कहा कि संन्यास की घोषणा के बाद उनके अंदर जो वैचारिक उग्रता है, हम उम्मीद करते हैं कि सन्यासी को उग्रता से बचना चाहिए. नीरज कुमार ने राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के बयानों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रघुवंश बाबू उम्र के चौथे पड़ाव पर हैं.
वे राजनीतिक वनवास भी ले चुके हैं. ऐसे में अगर आलोचना के बाद उनके अंदर से प्रशांसा के सूर निकल रहे हैं, तो हमें यह जरूर जानना है कि आखिर कौन सी दवा, कौन सी जड़ीबूटी खाने के बाद ऐसे स्वर निकले हैं. उन्होंने कहा कि रघुवंश बाबू कहते थे कि शराबबंदी लागू करने में हम विफल रहे. फिर कहा कि डेढ़ साल में राज्य के अंदर कोई काम नहीं हुआ है. ऐसे में अलोचना के बाद अगर उन्हें हमारी प्रशासनिक क्षमता का अहसास हुआ है, तो यह अच्छी बात है. उन्होंने कहा कि उनका यह बदला हुआ सूर सुविधा के अनुसार है या फिर यह उनके दिल से निकला निजी बयान है यह तो वह ही बता सकते हैं.
जदयू के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर नीरज कुमार ने कहा कि भाजपा के लोग आकाश और पाताल के बीच जगह तलाश रहे हैं. जनता ने हमें सात निश्चय और सुशासन के नाम पर जनादेश दिया है. तय कार्यक्रमों और एजेंडों को लागू करने में हमारे महागठबंधन के बीच कोई मतभेद नहीं है. ऐसे में भाजपा नेताओं का बयान उनकी राजनीतिक बैचेनी को दर्शाता है.