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एनएमसीएच. अधीक्षक बोले, मरीज को नहीं लौटाया जा सकता, इमरजेंसी में बढ़ रही मरीजों की संख्या, जमीन पर हो रहा उपचार

पटना सिटी: नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी में मरीजों की संख्या बढ़ने से बेड कम पड़ने लगे हैं. स्थिति यह है कि सोमवार को इमरजेंसी वार्ड के बरामदा में ही आधा दर्जन मरीज को भरती कर उपचार किया गया. इसमें एक मरीज को ट्रॉली पर व पांच मरीज का जमीन पर उपचार किया गया. […]

पटना सिटी: नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी में मरीजों की संख्या बढ़ने से बेड कम पड़ने लगे हैं. स्थिति यह है कि सोमवार को इमरजेंसी वार्ड के बरामदा में ही आधा दर्जन मरीज को भरती कर उपचार किया गया. इसमें एक मरीज को ट्रॉली पर व पांच मरीज का जमीन पर उपचार किया गया. अस्पताल की इमरजेंसी 30 बेड की है.
अस्पताल प्रशासन की ओर से स्वीकृत 30 बेड के अलावा 20 अतिरिक्त बेड भी लगाये गये हैं, ताकि मरीजों को सुविधा मिल सके. इसके बाद भी मरीजों की बढ़ती संख्या ने चिकित्सकों को बरामदे में लिटा कर उपचार के लिए बाध्य कर दिया. इमरजेंसी में जिन मरीजों का उपचार जमीन पर हो रहा है, इसमें सबलपुर की पिंकी देवी, संदलपुर के अभिनव भारद्वाज, बैरिया के बिरन यादव, चौकशिकारपुर के पप्पू ठाकुर, दीदारगंज के उपेंद्र साव व राघोपुर के राज बल्लभ शामिल हैं. हालांकि इसमें पप्पू का इलाज मरीजों को लाने-ले जाने वाले ट्रॉली पर किया जा रहा है. इस मामले में अस्पताल अधीक्षक डॉ आनंद प्रसाद सिंह ने बताया कि मरीजों को अस्पताल से लौटाया नहीं जा सकता, अस्पताल में बेहतर इलाज व्यवस्था से मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है. बेड खाली होने पर मरीजों को उपलब्ध कराया जा रहा है.
इमरजेंसी में एक सौ बेड का मिला था निर्देश : अस्पताल में बढ़ते मरीज की तादाद को देख बीते अप्रैल माह में प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर की अध्यक्षता में आयोजित रोगी कल्याण समिति की बैठक में एक सौ बेड का इमरजेंसी बनाने का निर्देश दिया गया था. आयुक्त ने बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड से पंद्रह मई तक आवश्यक कार्य पूरा करवा कर मई के अंतिम सप्ताह तक चालू करने को कहा था, जो अब तक पूरा नहीं हो सका. ऐसे में बढ़ते मरीजों की संख्या व कम पड़ते बेड ने जमीन पर इलाज कराने को बाध्य कर दिया.
2400 मरीज आये उपचार को : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सोमवार को लगभग 2400 मरीज आउटडोर व इंडोर में उपचार कराने आये. केंद्रीय पंजीयन काउंटर के कर्मियों की मानें तो सोमवार को 1775 नये मरीज, 550 पुराने मरीज के साथ 18 मरीज को भरती किया गया. जबकि इमरजेंसी में भी लगभग 70 मरीज उपचार कराने के लिए आये. इसमें ज्यादातर डायरिया पीड़ित मरीज हैं.

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