बख्तियारपुर: शनिवार को थाना क्षेत्र के सिरसी गांव में सेना से रिटायर्ड व सैप जवान वीरमणि सिंह की हत्या सरेआम गोली मार कर दी गयी. हत्या का कारण आपसी विवाद बताया जाता है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक के भाई राजू सिंह की झड़प गांव के ही एक अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति अनिल सिंह से हो रही थी. अपने भाई को उलझते देख वीरमणि सिंह बीचबचाव के लिए वहां गये. इसी बीच अनिल सिंह ने देशी कट्टा निकाल कर गोली चला दी, जो वीरमणि के दायें पंजड़े में जा लगी. गोली लगते ही अफरातफरी मच गयी.
इधर, अनिल सिंह हाथ में पिस्तौल लहराते हुए फरार हो गया. घायल वीरमणि को परिजनों ने चिकित्सा हेतु पीएचसी पहुंचाया. जहां देर से पहुंचे चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक वीरमणि सासाराम में पदस्थापित थे.आरोपित अनिल सिंह आपराधिक चरित्र का व्यक्ति बताया जाता है. उस पर हत्या सहित थाने में आधा दर्जन मामला दर्ज हैं. थानाध्यक्ष महेश सिंह ने बताया कि वह हाल में ही जेल से जनामत पर छूटा था.
इलाज में डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप : परिजनों व ग्रामीणों का आरोप है कि चिकित्सकों की लापरवाही सैप जवान की जान चली गयी. इस संबंध में ग्रामीण धनंजय कुमार एवं टुल्ली सिंह ने बताया कि गोली लगने की सूचना अस्पताल में मौजूद चिकित्सा प्रभारी डॉ वीरेंद्र कुमार व डॉ विनोद सिंह को दी गयी, परंतु जब जख्मी वीरमणि को पीएचसी लाया गया, तो दोनों डॉक्टर गायब पाये गये. काफी मशक्कत एवं पुलिस के प्रयास से डॉ वीरेंद्र अस्पताल पहुंचे, परंतु तब तक जख्मी जवान की मौत हो चुकी थी. परिजनों एवं ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होती , तो उनकी जान बचायी जा सकती थी. घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष महेश कुमार सिंह मौके पर पहुंचे तथा स्थिति का जायजा लिया.