गड़बड़झाला. मिर्जापुर में कोचिंग चलानेवाले शिक्षक के घर पर विद्यार्थियों का धावा
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एडमिट कार्ड नहीं मिलने पर की तोड़फोड़
गड़बड़झाला. मिर्जापुर में कोचिंग चलानेवाले शिक्षक के घर पर विद्यार्थियों का धावा पार्ट वन का फाॅर्म भरवाने के नाम पर तीन सौ विद्यार्थियों से लिये थे रुपये नवादा नगर : स्नातक पार्ट वन का एडमिट कार्ड नहीं मिलने पर गुस्साये विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों ने फाॅर्म भरने के नाम पर रुपये लेनेवाले सुशील कुमार प्रिंस […]
पार्ट वन का फाॅर्म भरवाने के नाम पर तीन सौ विद्यार्थियों से लिये थे रुपये
नवादा नगर : स्नातक पार्ट वन का एडमिट कार्ड नहीं मिलने पर गुस्साये विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों ने फाॅर्म भरने के नाम पर रुपये लेनेवाले सुशील कुमार प्रिंस के घर में तोड़फोड़ की. नवादा में कोचिंग संस्थान चलानेवाले शिक्षक सुशील कुमार प्रिंस सप्तऋषि कॉलेज रजौली मे फाॅर्म भरवाने के नाम पर लगभग तीन सौ विद्यार्थियों से मनमाने तरीके से रुपये लिया था. परीक्षा शुरू होने के पहले जब फाॅर्म भरवाने वाले विद्यार्थी एडमिट कार्ड की मांग करने लगे, तो शिक्षक द्वारा टालमटोल किया जाने लगा. शुक्रवार की देर रात तक सैकड़ों विद्यार्थी सुशील कुमार प्रिंस के घर के पास एडमिट कार्ड लेने के लिए डटे हुए थे.
किसी तरह सुबह में एडमिट कार्ड देने की बात कह कर रात में तो भीड़ को हटा दिया गया, लेकिन जब सुबह आठ बजे तक भी एडमिट कार्ड नहीं मिला तो गुस्साये विद्यार्थियों व अभिभावकों ने मिर्जापुर स्थित घर पर पथराव शुरू कर दिया तथा निचले तल में बने स्कूल व कोचिंग के सभी सामान को तोड़फोड़ दिया. गुस्साये विद्यार्थी लगभग एक घंटे तक घर में रखे सामान पर अपना गुस्सा दिखाते रहे. नीचे रहे सभी आलमीरा, टेबुल, कुर्सी, बेंच, डेस्क, रजिस्टर आदि के साथ बिजली बोर्ड व छत पर लगे पंखे तक को नुकसान पहुंचाया. घर में लगी खिड़कियों के शीशे भी गुस्सायी भीड़ ने तोड़ दिया.
पुलिस व पैंथर के जवानों ने भीड़ को रोका : सूचना मिलने पर पुलिस व पैथर्स के जवान पहुंच कर भीड़ द्वारा किये जा रहे तोड़फोड़ को रोका. नगर थाना इंस्पेक्टर अंजनी कुमार ने दोषी शिक्षक के परिजनों से मिलकर जानकारी ली तथा आक्रोशित भीड़ को शांत कराया.
सदर एसडीओ पहुंचे घटनास्थल पर : परीक्षा से वंचित होने की खबर मिलने के बाद मामले की जानकारी लेने सदर एसडीओ राजेश कुमार मिर्जापुर स्थित सुशील कुमार प्रिंस के घर के पास पहुंच कर हालात का जायजा लिया तथा गुस्साये लोगों से बातचीत कर दोषी को सजा दिलाने की बात कही. उन्होंने विद्यार्थियों से मामले की जानकारी ली. विद्यार्थियों ने कहा कि पांच से बीस हजार रुपये तक की वसूली पार्ट वन की परीक्षा फाॅर्म भरने के नाम पर किया गया है, लेकिन परीक्षा शुरू होने तक एडमिट कार्ड नहीं दिया गया है.
सदर एसडीओ ने सभी विद्यार्थियों से नाम के साथ दिये गये रुपये की सूची बनाकर देने को कहा तथा इसी के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही.
जब सदर एसडीओ विद्यार्थियों को समझा रहे थे, इसी बीच सुशील कुमार के भतीजे ने आकर लगभग 70 एडमिट कार्ड उपलब्ध कराया. इसे सदर एसडीओ राजेश कुमार की निगरानी में बांटा गया. हालांकि एडमिट कार्ड लेने वाले अधिकतर विद्यार्थी वैसे थे जो भीड़ में मौजूद नहीं थे.
बड़े रैकेट का हो सकता है खुलासा
प्रवेश पत्र के लिए रात से घर के पास जुट रहे थे सैकड़ों विद्यार्थी व अभिभावक
सदर एसडीओ के साथ पुलिस के जवानों ने स्थिति को संभाला
सुबह साढ़े नौ बजे के बाद कुछ विद्यार्थियों को मिला एडमिट कार्ड
परीक्षा के नाम पर किस प्रकार से खेल जिले में चल रहा है इसका खुलासा इन घटनाओं से होता है. एक ट्यूशन, कोचिंग चलानेवाला लगभग तीन सौ विद्यार्थियों से मनमाने रेट लेकर परीक्षा फॉर्म भराने की गारंटी देता है. विभिन्न कॉलेजों में एडमिशन दिलाने के लिए अभिभावक भी मनमाने रेट देते है, इसके बदले में परीक्षा में पास करने की गारंटी तथा क्लास में नहीं जाने की छूट भी दी जाती थी. हंगामा कर रहे विद्यार्थियों में से कई जिले के बाहर के लोग थे.
इसमें पश्चिम बंगाल, झारखंड, पटना, जमुई आदि दूसरें राज्यों व जिले के लोग शामिल थे. रुपये के दम पर उच्च शिक्षा की डिग्री बांटने के खेल की यदि जांच की जाये तो कई अनियमितता उभर कर सामने आ सकती है.
कॉलेज प्रबंधन करता रहा इनकार
प्रशासन द्वारा परीक्षा फाॅर्म के लिए रुपये लेनेवाले सुशील कुमार जो कि खुद को सप्तऋषि कॉलेज रजौली का शिक्षक भी कहता था, उसे कॉलेज द्वारा स्टाफ होने से इनकार किया गया. टाउन इंस्पेक्टर द्वारा पूछे जाने पर कॉलेज द्वारा कहा गया कि सुशील कुमार प्रिंस को एक साल पहले ही हटा दिया गया था.
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